विपक्षी गठबंधन इंडिया को बनाने में प्रमुख भूमिका निभाने वाले बिहार के सीएम नीतीश कुमार आखिर गठबंधन की कई जिम्मेदारी क्यों नहीं लेना चाहते है. पहले खुद को प्रधानमंत्री पद की दावेदारी से अलग कर चुकें नीतीश कुमार ने सोमवार को पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में कहा कि वो कुछ नहीं बनना चाहते, असल में पत्रकार ने पूछा था कि मुंबई में INDIA गठबंधन की अगली बैठक से पहले ‘संयोजक की भूमिका स्वीकार करेंगे’. इसपर हंसते हुए बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा, “मैं कुछ भी नहीं बनना चाहता, ये बात मैं आपको बार-बार कहता आया हूं. मेरी ऐसी कोई इच्छा नहीं है. मैं बस सभी को एकजुट करना चाहता हूं.”
#WATCH मैं कुछ भी नहीं बनना चाहता, ये बात मैं आपको बार-बार कहता आया हूं। मेरी ऐसी कोई इच्छा नहीं है। मैं बस सभी को एकजुट करना चाहता हूं: मुंबई में INDIA गठबंधन की अगली बैठक से पहले ‘संयोजक की भूमिका स्वीकार करेंगे’ के सवाल पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार pic.twitter.com/QTgOApbqes
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 28, 2023
सवाल से है कि हमेशा से खुद को प्रधानमंत्री पद के दावेदार के तौर पर पेश करते रहने वाले नीतीश कुमार इस बार पीछे क्यों हट रहे है. क्या वजह है कि जिस “इंडिया” को बनाने के लिए उन्होंने बीजेपी के कड़वे हमलों का भी ख्याल नहीं किया उस “इंडिया” में नीतीश कोई पद लेने से क्यों कतरा रहे है. क्या सच में नीतीश कुमार 2025 में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को सीएम की कुर्सी सौंप राजनीति से संन्यास ले लेंगे.
31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में होगी बैठक
आपको बता दें, 26-पार्टी विपक्षी का गठबंधन, इंडिया, 2024 के लोकसभा चुनावों की रणनीति पर चर्चा करने के लिए 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में अपनी तीसरी बैठक करने वाला है. माना जा रहा है कि गठबंधन की इस बैठक में इंडिया के कामकाज के विभिन्न पहलुओं को संभालने के लिए एक समन्वय समिति और कई छोटी समितियाँ स्थापित बनाने पर चर्चा होगी. इसके साथ ही गठबंधन चुनाव से पहले कम से कम तीन और बैठकें आयोजित करने का भी इरादा है. विपक्षी नेताओं का लक्ष्य बेरोजगारी, मूल्य वृद्धि, संघीय ढांचे पर हमला और जांच एजेंसियों के दुरुपयोग जैसे मुद्दों पर अभियान चलाना है.
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