तमिलनाडु के सेंट्रल मंडल कारा मदुरई में बंद बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप की पेशी आज बेतिया कोर्ट में हुई. जिसमे सुनवाई के बाद सीजेएम ने बेतिया जेल में ही मनीष कश्यप को रखने का आदेश दिया. उसे फिलहाल तमिलनाडु ले जाने से रोका गया. वहीं जिला अभियोजन पदाधिकारी ने कोर्ट में आवेदन दिया. पटना में चल रहे एक मामले में मनीष कश्यप की पेशी है. जिसपर कोर्ट ने मनीष कश्यप को पटना भेजने का आदेश दे दिया. इस बीच जब मनीष कश्यप को लेकर पुलिस बेतिया पहुंची. तो बेतिया में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए. जब मनीष कश्यप को एसपी ऑफिस में बैठाया गया तो वहां एसपी ऑफिस के बाहर मनीष कश्यप के समर्थकों की भारी भीड़ देखी गई. सभी मनीष कश्यप के लिए नारे लगाते नज़र आये.
क्यो था मामला?
दरअसल 2020 में जब चनपटिया से भाजपा विधायक उमाकांत सिंह के साथ विधानसभा चुनाव के दौरान मारपीट करने एवं रंगदारी मांगने का आरोप मनीष कश्यप पर लगा था. मझौलिया थाने में दर्ज कांड संख्या 737/2020 के नामजद आरोपी त्रिपुरारी कुमार तिवारी उर्फ मनीष कश्यप को बेतिया न्यायालय में पेशी के लिए लाया गया.
17 मार्च 2023 को मझौलिया थाने की पुलिस ने भारतीय स्टेट बैंक पारस पकड़ी के शाखा प्रबंधक के साथ दुर्व्यवहार करने और सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में दर्ज मामले में नामजद अभियुक्त मनीष कश्यप के खिलाफ न्यायालय ने कुर्की जब्ती का आदेश दिया था. जिसके बाद 18 मार्च को कुर्की करने के लिए पुलिस मनीष के घर पहुंची थी.
इसी दौरान मनीष कश्यप ने जगदीशपुर थाने में सरेंडर किया था. जिसके बाद मनीष कश्यप को ईओयू ने हिरासत में लिया था. फिर तमिलनाडु पुलिस उसे अपने साथ ले गई. वायरल वीडियो के मामले में मनीष कश्यप सेंट्रल जेल में मदुरई में बंद है. जिसे आज कोर्ट में पेशी के लिए बेतिया लाया गया.
बता दें की मनीष की मां और समर्थक बेतिया के डीएम ऑफिस के गेट पर दो दिनों से धरना पर बैठे हैं. ऐसे में मनीष के लिए एक रहत की बात ये है कि फिलहाल उन्हें तमिल नाडु नहीं जाना पड़ेगा.