Orange alert in Delhi : दिल्ली में मानसून के आगमन ने दिल्ली वालों को चिलचिलाती गर्मी से तो कुछ राहत दिलाई है लेकिन अब तेज बारिश के कारण दिल्ली वाले परेशानी में फंसते नजर आ रहे हैं. मानसून की पहली बारिश ने दिल्ली का हाल बेहाल कर दिया है. शहर के तमाम अंडरपास में पानी भर आया और कई लोगों की इसमें फंसने से जान चली गई.
Orange alert in Delhi : अगले दो दिन में भारी बारिश की संभावना – मौसम विभाग
अब दिल्ली मौसम विभाग ने अगले एक सप्ताह के लिए जो पूर्वानुमान दिया है उसमें सोमवार और मंगलवार का दिन दिक्कत भरा हो सकता है. मौसम विभाग ने अगले दो दिन के लिए आरेंज एलर्ट जारी किया है. इसका मतलब है कि दिल्ली में सोमवार और मंगलवार को हल्की से लेकर भारी बारिश हो सकती है. ऐसे में एक बार फिर दिल्ली में तलाब शहर की सड़कों पर तलाब बनना लगभग तय है. पिछले सप्ताह के अंत में दिल्ली में 228.1 मिली मीटर बारिश हुई , जिसने पूरे शहर के जनजीवन के अस्त-व्यस्त कर दिया. अंडर पास के पीनी में डूबने एक बुजुर्ग और दो 9 साल के बच्चों की जान चली गई.
जलभराव से निबटने के लिए वीवीआईपी इलाकों में खास तैयारी
दिल्ली में मौसम विभाग ने 2 जुलाई तक के लिए आरेंज एलर्ट जारी किया है इसे देखते हुए और पिछले हादसों से सबक लेते हुए दिल्ली नगर निगम जलभराव को रोकने के लिए तायरियां कर रहा है. कर्मचारियों को बाढ़ जैसी स्थिति से निबटने के लिए उपकरणों के साथ तैनात किया जा रहा है ,वहीं हर एरिया में क्षेत्रीय इकाइयों को मुस्तैद रहने के लिए कहा गया है.
दिल्ली में बीते शुक्रवार की सुबह 228.1 मिमी बारिश हुई, जो 1936 के बाद जून के महीने में होने वाली बारिश में सर्वाधिक है. इस बारिश में जलभराव ने कहर ढाया और कई लोगों की जान चली गई.
लुटियंस जोन में खास तैयारी
बीते शुक्रवार को हुई बारिश में दिल्ली के लुटियंस जोन यानी वीवीआईपी इलाके में कई सासंदो के परिसर और सड़क पर पानी भर गया. एक सांसद ( सपा के राम गोपाल यादव) को उनके कार्यकर्ताओं ने गोदी में उठाकर गाड़ी में बिठाया, तब वो कहीं संसद जा सके.
ऐसी किसी आपात स्थिति से निबटने के लिए नई दिल्ली नगर निगम यानी एनडीएमसी ने पूरे इलाके में कर्मचारियों की तैनाती बढ़ा दी है,. वही जगह-जगह पर लगे सीसीटीवी कैमरों से इलाके की निगरानी होगी. एनडीएनसी ये भी सुनिश्चित करने में जुटा है कि फिर से किसी वीवीआईपी को दिल्ली के लुटियंस जोन में बाढ़ जैसे हालात का सामना ना करना पड़े.