OP Chautala Demise : हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इंडियन नेशलन लोकदल के संस्थापक ओमप्रकाश चौटाला Om Prakash Chautala का 89 साल की उम्र में निधन हो गया है. अपने अंत समय मे वो दिल्ली से सटे गुरुग्राम के अपने घऱ पर थे. उनके निधन पर प्रधानमंत्री मोदी ने गहरा शोक जताया है.
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। प्रदेश की राजनीति में वे वर्षों तक सक्रिय रहे और चौधरी देवीलाल जी के कार्यों को आगे बढ़ाने का निरंतर प्रयास किया। शोक की इस घड़ी में उनके परिजनों और समर्थकों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। ॐ शांति। pic.twitter.com/QXh74przOI
— Narendra Modi (@narendramodi) December 20, 2024
OP Chautala Demise :पिछले कई सालों से सक्रिय राजनीति से दूर थे
वरिष्ठ नेता ओम प्रकाश चौटाला पिछले लंब समय से बीमार थे औऱ उम्र संबंधित परेशानियों से जूझ रहे थे. पिछले कई सालों से वो सक्रिय राजनीति से दूर थे. उन्होंने आखिरी बार विधानसभा का चुनाव 2005 में लड़ा था.
हरियाणा की राजनीति में उनका बेहद अहम योगदान था.चौटाला परिवार किसी ना किसी तरह से हमेशा सत्ता से जुड़ा रहा है. चौधरी देवी लाल से लेकर तमाम चौटाला परिवार का जाट समुदाय पर अच्छा खासा प्रभाव है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हरियाणा की करीब 26 से 28 फीसदी आबादी और 36 विधानसभाओं पर चौटाला के नाम पर वोट पड़ते हैं.चौटाला परिवार मूल रूप से हरियाणा के हिसार का रहने वाला है और ये इलाका जाटों का गढ़ माना जाता है.
चौधरी देवी लाल से विरासत में मिली राजनीति
हरियाणा के जाट बहुल इलको में हमेशा से चौटाला परिवार का दबदबा रहा है. ओम प्रकाश चौटाला के पिता देवी लाल चौटाला देश के उप प्रधानमंत्री रह चुके हैं.
अपने पांच भाई बहनों में पिता देवी लाल ने अपनी राजनीतिक विरासत ओम प्रकाश चौटाला को ही सौंपी. पिता से विरासत मिलने के बाद ओम प्रकाश चौटाला ने चुनाव लड़ा और प्रदेश के 1989 में पहली बार मुख्यमंत्री बने.
ओमप्रकाश चौटाला 1989 से 1991 तक हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे. 1991 में लोकसभा चुनाव लड़े लेकिन हार गये. 1999 में फिर से बीजेपी की मदद से हरियाणा में सरकार बनाई और 2005 तक मुख्यमंत्री रहे. चौटाला चार बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे.