राजनीती में आए दिन कुछ न कुछ होता ही रहता है. कभी दूसरी पार्टी को निचा दिखाना तो कभी दुसरो को निचे गिराते गिराते खुद गिर जाना. राजनीति में यह सब आम बातें हैं. इसी बीच एक खबर आई है, राजद सुप्रीमो लालूप्रसाद यादव ने मीडिया के सामने कहा – भाजपा के नेता से कहते हैं कि लालू जी ने अपनी पत्नी को सीएम बना दिया तो मैं पूछता हूं कि अपनी पत्नी को सीएम न बनाता तो क्या उनकी पत्नी को सीएम बनाता.

नित्यानंद राय(Nityanand Rai) ने लालू यादव से बोला
इसके बाद आपको बता दे, इसी का जवाब देते हुए नित्यानंद राय ने कहा – लालू जी हमेशा परिवारवाद वाली राजनीती करते हैं और भाजपा में इस तरीके से नहीं होता. जिस समय में विधायक बना था उस वक़्त मेरे पिताजी ने मुखिया का पद छोड़ दिया था और ‘मैं राजनीती मैं हूं न की मेरी पत्नी राजनीती में हैं’. आपका पूरा परिवार मिलकर राजनीती करता है. अगर आपको किसी पर यकीन नहीं था तो किसी यादव समाज के नेता को मुख्यमंत्री बना देतें. लोकतंत्र में यह काम नहीं चलेगा कि आप परिवार को उसमे से किसी को सीएम बना दें.
गृह राजमंत्री ने कहा – लालू यादव जी ने राबड़ी को सीएम बनाकर जता दिया है कि उन्हें किसी पर भरोसा नहीं है. उन्हें अपने यादव समुदाय और न ही किसी अन्य पर भरोसा है, इन्हे सिर्फ अपने परिवार पर भरोसा है. इसके अलावा लालू यादव जी की तरफ से गाय कटवाने वाले बयान को लेकर नित्यानंद राय(Nityanand Rai) ने बोला की ‘लालू जी से मैं बोल रहा हूं कि में गौ रक्षक हूं’. वोट के लिए आप गाय को कटवाने का काम करते हैं. मैं आपको चुनौती देता हूं आपके बेटे राघोपुर विधानसभा क्षेत्र के नेता तेजस्वी यादव को की आप चलिए आपको मालूम हो जाएगा कि कौन गाय कटवाता है और कौन नहीं.
उन्होंने खुद के तेज प्रताप से चुनाव लड़वाय जाने को लेकर उन्होंने बोला- ‘मैं साफ करता हूं कि यदि उजियारपुर में चुनाव हार गया तो मैं राजनीति से सन्यास ले लूंगा’ या उनके पुरे परिवार के साथ बिहार की राजनीती से सन्यास लेना चाहिए.