ब्यूरो रिपोर्ट, पटना : उत्तराखंड में 12 नवंबर से सिल्कयारा सुरंग Silkyara Tunnel में अंदर फंसे सभी 41 मजदूरों को मंगलवार (28 नवंबर) को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. डॉक्टरों की देख-रेख के बाद सभी मजदूर अपने-अपने घर के लिए रवाना हो गए. उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग से निकाले गए बिहार के पांच मजदूरों को नीतीश सरकार अपने खर्च पर पटना ले आई है. पटना एयरपोर्ट से उन्हें अपने-अपने घर भेजा जा रहा है. उत्तराखंड में टनल से रेस्क्यू किए गए बिहार के पांच मजदूरों को पटना लाया गया है. आज सुबह उन्हें दिल्ली से फ्लाइट के जरिए नीतीश सरकार पटना लेकर आई. मजदूरों के साथ बिहार सरकार के अधिकारी भी मौजूद रहे. पटना एयरपोर्ट से उन्हें अपने-अपने जिलों में बस द्वारा रवाना कर दिया गया है.
Silkyara Tunnel से रेस्क्यू मजदूर का स्वागत
उत्तराखंड के सिलक्यारा टनल से सुरक्षित बाहर निकले सभी मजदूर शुक्रवार सुबह सेवा विमान से पटना पहुंचे. पटना पहुंचने पर 5 मजदूरों का एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया गया. सुरंग से निकाले गए राज्य के पांच श्रमिकों में भोजपुर के सबाह अहमद, सारण के सोनू कुमार साह, रोहतास के सुनील कुमार, बांका के विरेंद्र किशु और मुजफ्फरपुर के दीपक कुमार शामिल है. ऋषिकेश में मौजूद इनके परिजन भी साथ में वापस लौटे.
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सरकार पहुंचाएगी मजदूरों को घर
इन सभी श्रमिकों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है. उत्तराखंड टनल से सुरक्षित निकले बिहार के पांच मजदूरों को बिहार सरकार अपने खर्चे पर वापस लाई. उनके साथ 9 परिजन भी आए हैं. मजदूरों के स्वागत के लिए बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम भी एयरपोर्ट पर मौजूद थे. उनके चेहरे पर सुरक्षित घर वापस लौटने की खुशी साफ झलक रही थी. इन सभी श्रमिकों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है. सुरंग से सुरक्षित निकले मजदूरों को बिहार सरकार अपने खर्चे पर उन्हें घर लाई है.
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