देश के इतिहास में अगर महाठगों की गिनती होगी तो उसमें एक नाम ऐसा होगा जो सबसे ऊपर होगा. एक ऐसा ठग जिसकी शातिराना चाल का नमूना आज से पहले ना तो किसी फिल्म में देखा गया और ना ही किसी अपराधिक घटना में सुनने को मिला. वो नाम है ठगों में महा ठग सुकेश चंद्रशेखर का. जिसने अपने खुलासों से पूरे देश को हिला डाला.उसकी एक चिठ्ठी ने दिल्ली की सत्ता की नींव हिलाकर रख दी. आरोप भी ऐसे कि सुनकर आपको यकीन न हो .
दिल्ली LG को लिखे एक पत्र ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार को सवालों के कठघड़े में खड़ा कर दिया . वजह है सुकेश का वो संगीन इल्जाम जो उसने दिल्ली सरकार के तत्कालीन मंत्री सत्येंद्र जैन पर लगाया. इल्जाम 10 करोड़ रुपये की रिश्वत का, जो प्रोटेक्शन मनी के तौर पर दिया गया. उसी रिश्वत के दम पर उसने तिहाड़ जेल के एक नहीं दो नहीं बल्कि 82 अफसरों और कर्मचारियों को अपना गुलाम बना लिया.
महाठग सुकेश का आरोप है कि उसने 1 साल तक एक करोड़ रुपये महीना देकर जेल के अंदर मौजूद पूरे स्टाफ और जेलर को अपनी सेवा में लगा दिया. वो 12 महीनों तक तिहाड़ जेल में बंद था और तब तक वो जेल को 12 करोड़ रुपये रिश्वत के तौर पर दे चुका था. इस पूरे खेल में तिहाड़ जेल के 82 अफसर और कर्मचारी शामिल थे. उसी रिश्वत के दम पर सुकेश ने अपराध की दुनिया में ऐसे ऐसे कारनामे करे कि बॉलीवुड की नोरा, जैक्लीन जैसी हसीनाओं से लेकर देश के बड़े बिज़नेसमैन तक उसका शिकार बन गए.
देश का सबसे बड़ा नटवरलाल सुकेश चंद्रशेखर जब तिहाड़ जेल के वार्ड नंबर तीन और बैरक नंबर 204 में बंद था. तो उसकी कुछ तस्वीरें सामने आईं थीं, जो 7 अगस्त 2021 की बताई जा रही थीं. जिसमें पता चला कि ठग सुकेश को बाकायदा जेल के अंदर 40 कैदियों का एक पूरा बैरक ही अकेले सुकेश को दे रखा था. जिसे बकायदा पर्दों से ढ़का गयार था.
जिस जेल में सुकेश बंद था, उसमें सुकेश पर नजर रखने के लिए बैरक के आस पास 55 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे. लेकिन उन कैमरों को छुपाना और ढ़कना था. लिहाज़ा पर्दे, तौलिए, कपड़े यहां तक कि पानी के बोतल तक से कैमरों को ढ़क दिया गया था. ताकि पर्दे के पीछे से सुकेश अपना काला धंधा आसानी से चला सके.
जेल में अधकारियों को मदद के बदले करोड़ों की रिश्वत दी गई थी. इसी रिश्वत के दम पर एक साल के दौरान जेल में बैठकर ही सुकेश ने 200 करोड़ से ऊपर की कमाई कर डाली . आपको जानकर हैरानी होगी कि पुलिस को रिश्वत देने का खुलासा सुकेश ने नहीं बल्कि तिहाड़ जेल पर ये इल्जाम खुद दिल्ली पुलिस ने लगाया था. पुलिस की चार्जशीट में इस बात का खुलासा किया गया था.
दरअसल, दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने इस पूरे मामले की जांच की थी. उसी ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी. जिसमें कहा गया था कि जेल के अंदर जेल का स्टाफ पूरी तरह बिके हुए थे. ऊपर से नीचे तक हरेक को सुकेश पैसे देता था. अब ये पैसा कहाँ तक जाता था सुकेश ने हाल ही में बताया जिसमें तत्कालीन जेल मंत्री सत्येंद्र जैन का नाम सामने आया .
तिहाड़ जेल को वैसे तो अपराधियों के लिए सबसे कठोर कारावास माना जाता है लेकिन कई खबरें वक्त वक्त पर सामने आती रही हैं जिसमें पता चला की तिहाड़ जेल से कई आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दिया जाता है. जिसका सबसे सटीक उदाहरण है ठग सुकेश की ठगी का मामला . तिहाड़ में सुकेश के ऐशो आराम का अन्दाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जेल के अंदर ही उसके पास I फोन 12 प्रो और I फोन 11. इन्ही मोबाइल नंबरों से वो जेल में बैठ कर ही जालसाजी का काम किया करता था.
साल भर के अंदर एक बिजनेसमैन की पत्नी से उसने करीब 200 करोड़ रुपए वसूले थे. कई बार तो पैसे लेने के लिए उसने जेल के स्टाफ को उन्हीं की गाड़ी में भेजा था. ये सारे खुलासे पुलिस की चार्जशीट में हुए थे . चार्जशीट के मुताबिक भांडा फूटने पर पहले जेल के आठ अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था. जिनमें जेल सुप्रींटेंडेंट, डिप्टी सुपरींटेंडेट से लेकर कई पुलिसवाले शामिल थे. यहां तक कि सुकेश जेल के गार्ड और सफाई कर्मचारियों तक को रिश्वत देता था और बदले में वो उसकी हर ख्वाहिश पूरी करते थे.
उस वक्त दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने चार्जशीट में दो सौ करोड़ की ठगी के मामले में कुल 14 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. इसमें उसकी पत्नी और फिल्म एक्ट्रेस लीना का नाम भी शामिल था. जबकि चार्जशीट में फिलहाल जेल के पांच अधिकारियों के नाम शामिल किए गए थे. दिल्ली पुलिस के मुताबिक सुकेश ने धोखे से बनाए पैसों में से काफी पैसा बॉलीवुड में भी लगाया था. जिसमें नोरा फ़तेहि और जैक्लीन को महंगे तौहफे देने के नाम पर करोड़ों खर्च किये . उनसे वो एक फिल्म प्रोडूसर बनकर अलग अलग नामों से मिलता था .
अरबों की दौलत और अमीरी के मालिक सुकेश चंद्रशेखर और उसकी फिल्म स्टार बीवी लीना मारिया पॉल पर हवाला कारोबार समेत अरबों की हेराफेरी के मामले दर्ज हैं. जिसकी जांच करनेवाली एंजेसी एनफोर्समैंट डायरेक्टरेट यानी प्रवर्तन निदेशालय की मानें तो चेन्नई का रहनेवाला सुकेश चंद्रशेखर ना सिर्फ़ एक पुराना ठग है, बल्कि उसका जेल में आना-जाना भी लगा ही रहता है.
इस मामले में कार्रवाई अभी भी जारी है. इसी का नतीजा है कि दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना के आदेश पर तिहाड़ जेल के डीजी संदीप गोयल का तबादला कर दिया गया है. फिलहाल संदीप गोयल को पुलिस हेड क्वार्टर के साथ अटैच किया गया है. बता दें कि जेल में बंद ठग सुकेश ने संदीप गोयल पर डरा-धमकाकर पैसे वसूलने का आरोप लगाया है. उसी के तहत कार्रवाई करते हुए ये आदेश दिया गया .
सुकेश ने एक बड़ी कंपनी के मालिक की बीवी से खुद को किसी मंत्रालय से जुड़ा अफ़सर बताकर कॉन्टैक्ट किया था. उसने उस महिला से कहा था कि भारत सरकार अब उनकी कंपनी के साथ मिलकर कोरोना पर काम करना चाहती है लेकिन इससे पहले उनकी कंपनी और कंपनी के मालिक यानी उसके पति के खिलाफ़ दर्ज मुकदमों का ख़ात्मा ज़रूरी है. इसके बाद उसने खुद ही अपनी तरफ से एक-एक कर सारे मुकदमों का ख़ात्मा कराने का प्रोपोज़ल उस महिला को दिया. उसके बदले रिश्वत देने के नाम पर ठगे 200 करोड़ .
वैसे इस ठगी में जेल पुलिस अधिकारीयों से लेकर आरबीएल बैंक की वीपी कोमल पोद्दार की भी ख़ास भूमिका रही. इस ठगी में शिकार बने थे फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रवर्तक शिविंदर मोहन सिंह की पत्नी अदिति सिंह. इन तमाम खुलासों के बाद जहाँ एक तरफ उन 82 अफसरों पर गाज गिरी वहीँ दूसरी तरफ सुकेश को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दिल्ली की मंडोली जेल में शिफ्ट कर दिया गया. तो ये थी भारत की अब तक की सबसे बड़ी ठगी और सबसे बड़े ठग की क्राइम हिस्ट्री .