कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का देशवासियों को लिखा पत्र कांग्रेस पार्टी अब घर-घर पहुंचाने का काम करेगी. शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी ने ऐलान किया कि वह केंद्र सरकार के खिलाफ चार्जशीट और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का लिखा पत्र 26 जनवरी से हर घर तक पहुंचाएगी. पार्टी ने बताया कि उसका ये कार्यक्रम दो महीने तक चलेगा और इसके तहत 2.5 लाख ग्राम पंचायतों, छह लाख गांवों और 10 लाख बूथों तक ये पत्र और चार्जशीट पहुंचाई जाएगी.
कांग्रेस ने माना की ये काम आसान नहीं
भारत जोड़ो यात्रा के संयोजक और पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने बताया कि इस पत्र के जरिए पार्टी लोगों तक अपने राजनीतिक संदेश को पहुंचाने की कोशिश कर रही है. जयराम रमेश ने कहा कि, यह कार्यक्रम ‘हाथ से हाथ जोड़ो’ कांग्रेस पार्टी के चुनाव चिन्ह और भारत जोड़ो यात्रा के राजनीतिक संदेश को आगे ले जाएगा. हालांकि, उन्होंने माना कि ये एक कठिन काम है क्योंकि कुछ राज्यों में संगठन कमजोर है लेकिन ऐसा किया जाएगा.
राहुल ने अपने पत्र में क्या लिखा
देशवासियों के नाम राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का ये खत उनके अनुभवों, उम्मीदों और इरादों के बारे में बात करता है. राहुल ने अपने खत में देश के मौजूदा हालात से लेकर वो कैसा भारत चाहते है सब विषयों पर बात की है. राहुल (Rahul Gandhi) ने लिखा है कि 3500 किलो मीटर यात्रा कर उन्होंने क्या सीखा.
भारत जोड़ो यात्रा से क्या सीखे राहुल गांधी
”भारत जोड़ो यात्रा ने उन्हें सिखाया है कि मेरे व्यक्तिगत और राजनीतिक जीवन का लक्ष्य एक ही है- हक की लड़ाई में कमजोरों का ढाल बनना और जिनकी आवाज दबाई जा रही है, उनकी आवाज उठाना.”
कैसा भारत चाहते है राहुल गांधी
“मैं एक ऐसा भारत बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित हूँ जहाँ हर एक भारतीय के पास सामाजिक खुशहाली के साथ-साथ आर्थिक समृद्धि के समान अवसर हो, जहां किसानों को उनकी फसल का सही दाम मिले, युवाओं को रोजगार मिले, छोटे और मध्यम वर्ग के उद्योगों को प्रोत्साहन मिले, डीजल-पेट्रोल सस्ता हो, रुपया डॉलर के सामने मजबूत हो, और गैस सिलिंडर की कीमत 500 रुपये से अधिक न हो.”
दिल से डर निकाल दो, नफरत अपने आप खत्म हो जाएगी-राहुल
मुझे इस बात का विश्वास है कि हम सब समाज में बुराई पैदा करने वाले जाति, धर्म क्षेत्र और भाषा के मतभेदों के ऊपर उठेंगे. उन्होंने कहा कि मेरा आप सभी को यह ही संदेश है कि डरो मत. दिल से डर निकाल दो, नफरत अपने आप खत्म हो जाएगी.
”मेरा सपना हमारे देश को अंधेरे से उजाले की ओर, नफरत से मोहब्बत की ओर और निराशा से आशा की ओर ले जाना. इस लक्ष्य को पाने के लिए मैं भारत को एक महान संविधान देने वाले हमारे महापुरुषों को बताए हुए सिद्धांतों और मूल्यों को अपना आदर्श बनाकर आगे बढ़ूंगा.”