पटना : बिहार में एक तरफ सीएम नीतीश कुमार विपक्षी दलों को जोड़कर विपक्षी एकता मंच बनने की तैयारी में लगे हैं, वहीं उनके गठबंधन के पुराने साथी ही उनपर किसी न किसी बहाने हमलावर है. इस कड़ी में जीतन राम मांझी ने अगला वार किया है. HAM(S) की तरफ से कहा गया है कि पार्टी नीतीश कुमार के खिलाफ मानहानि का मुकदमा करेगी.
मांझी पर नीतीश कुमार ने मुखबिर होने का लगाया था इल्जाम
HAM (S) के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण ने कहा कि जीतन राम मांझी अनूसूचित वर्ग के बड़े नेता हैं, ऐसे में सीएम नीतीश कुमार ने उनपर मुखबिर होने का आरोप लगाकर उनकी मानहानि की है. पार्टी ने तय किया है नीतीश कुमार के इस बयान के खिलाफ हम सेक्यूलर पार्टी (HAM,S) एक्शन लेगी और सीएम नीतीश कुमार पर मानहानि का मुकदमा करेगी.
नीतीश कुमार का क्या था बयान ?
दरअसल पिछले दिनों जब से संतोष सुमन ने नीतीश मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया है, जब से बिहार में राजनीतिक पारा गर्म है. राजनीतिक बयानबाजियों का दौर चल रहा है. इस कड़ी में जब संतोष सुमन के इस्तीफे के संदर्भ में सीएम नीतीश कुमार से सवाल किया गया तो नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी पर बिना बीजेपी का नाम लिये मुखबिर होने का आरोप लगाया था. उन्होंने मीडिया के सामने कहा था कि अच्छा हुआ चले गये , नहीं तो इधर की बात उधर करते. नीतीश कुमार ने कहा कि 23 जून को होने वाली बैठक से पहले चले गये ये अच्छा हुआ. साथ रहते तो सारी बातें इधर से उधर होती. नीतीश कुमार ने संतोष सुमन का इस्तीफा स्वीकर करते हुए ये बातें कहीं थी.नीतीश कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि इससे पहले की इधर की बात उधर होती, हमने इस्तीफा ले लिया.
हम पार्टी की मांग- मांफी मांगे नीतीश
नीतीश कुमार के इसी बयान पर अब जीतन राम मांझी की पार्टी आक्रमक है, और ऐलान किया है कि अपने नेता की इस बेइज्जती को बर्दास्त नहीं करेंगे. हम पार्टी के प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण ने कहा कि नीतीश कुमार को अपने शब्द वापस लेंने होंगे और मांफी मांगनी होगी, नही तो HAM(S) उनके खिलाफ आदालत में जायेगी और मानहानि का मुकदम करेगी.