Friday, March 14, 2025

Atal Setu की जाने पूरी कहानी,एफिल टावर से 17 गुना ज्यादा मजबूत, सबसे लंबा समुद्री ब्रिज

मुंबई:समुंद्र पर देश के सबसे लंबे पुल का उद्घाटन हो गया है. मुंबई को नवी मुंबई से जोड़ने वाले समुद्र पर बना ये सबसे बड़ा पुल है, जिससे अब घंटों का सफर मिनटों में ही पूरा किया जा सकता है. पुल का नाम है- अटल बिहारी वाजपेयी सेवारी-न्हावा शेवा अटल सेतु Atal Bihari Vajpayee Sewari-Nhava Sheva Atal Setu. दुनिया का 12वां सबसे लंबा पुल है.

Atal Setu की 100 साल है लाइफ

यह भारत का पहला समुद्री पुल है, जिसमें ओपन रोड टोलिंग सिस्टम लगा है.गाड़ियां 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से टोल से गुजर सकती है. किसी भी गाड़ी को टोल पर रुकने की जरूरत नहीं.अटल सेतु ब्रिज मजबूती के मामले में भी किसी से कम नहीं है. दावा है कि भूकंप, तूफान, चक्रवात या तेज हवा चलने की स्थिति में भी मजबूती से खड़ा रहेगा. इसे बनाने में करीब 1.78 लाख मीट्रिक टन स्टील का इस्तेमाल किया गया है. 5.04 लाख मीट्रिक टन सीमेंट लगा है. इसकी लाइफ अगले 100 साल तक रहेगी.बताया जा रहा है कि पेरिस के एफिल टॉवर की तुलना में 17 गुना ज्यादा स्टील लगा है. कोलकाता के हाबड़ा ब्रिज से चार गुना स्टील लगाया गया है. यही नहीं, कंक्रीट भी अमरिका के स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से छह गुना ज्यादा इस्तेमाल हुआ है.

इस प्रोजेक्ट के दौरान सात मजदूरों की गई थी जान

अटल बिहारी वाजपेयी सेवारी-न्हावा शेवा अटल सेतु 10 देशों के एक्सपर्ट और 15 हजार स्किल्ड वर्कर्स ने मिलकर तैयार किया गया है.इस प्रोजेक्ट पर काम करने के दौरान सात मजदूरों की जान भी चली गई थी.पुल निर्माण के दौरान पर्यावरण का खयाल रखा गया और समुद्री जीवों को किसी तरह का नुकसान ना पहुंचे इसका भी ख्याल रखा गया है. पुल पर ऐसी खास लाइटें लगाई गई हैं जो सिर्फ पुल पर पड़ेंगी. समुद्री जीवों को इससे नुकसान नहीं होगा.अटल सेतु बनाने में अत्याधुनिक और आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है जिसमें एक इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, वीडियो इंसिडेंट डिटेक्शन सिस्टम, स्पीड एनफोर्समेंट सिस्टम, इमरजेंसी कॉल बॉक्स और बहुत कुछ शामिल है.

घंटे की स्पीड से दौड़ेंगी गाड़ियां

अटल सेतु की कुल लंबाई करीब 22 किमी है. ये छह लेन का 27 मीटर चौड़ा समुद्री पुल है यानी कि 3-3 लेन दोनों साइड. दो इमरजेंसी एग्जिट लेन है. समंदर के ऊपर 17 किमी का 6 लेन हाइवे बना हुआ है और जमीन पर करीब 5 किमी है. समंदर पर देश के सबसे लंबे पुल को बनाने पर कुल 17,840 करोड़ रुपये से ज्यादा का खर्चा आया.इसपर अधिकतम 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गाड़ी चलाने की अनुमति है. हालांकि समुद्री ब्रिज पर भारी वाहन, बाइक, ऑटो रिक्शा और ट्रैक्टर को अनुमति नहीं है. कार, टैक्सी, हल्के वाहन, मिनीबस और टू-एक्सल बसों से ही सफर कर सकते हैं.सड़क के रास्ते मुंबई से नवी मुंबई की दूरी लगभग 42 किलोमीटर है. इस दूरी को तय करने में लगभग दो घंटे का समय लग जाता था. अटल सेतु पुल से अब ये दूरी केवल 20 मिनट में तय की जा सकती है.6 लेन वाले हाइवे पर न किसी जाम का झंझट और न ही कोई रेड लाइट है.

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