Saturday, December 28, 2024

आप पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री को महान अर्थशास्त्री और ईमानदार नेता बताते हुए भारत रत्न दिए जाने की मांग की 

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन भारत के लिए अपूरणीय क्षति- आप नेता संजय सिंह 

26 दिसंबर, 2024 से एक जनवरी, 2025 तक पूरे देश में सात दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा

आधिकारिक कार्यक्रम भी किए गए स्थगित

दिल्ली- एनसीआर। देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का बीती रात निधन हो गया। इस खबर से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ रही है। तमाम दिग्गज नेता पूर्व प्रधानमंत्री को विनम्र श्रद्वांजलि दे रहे है। बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री को बेहोशी की अवस्था में घर से एम्स की आपातकालीन विभाग में लाया गया था। एम्स के मीडिया सेल की प्रभारी व प्रोफेसर डॉ रीमा दादा ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की 92 वर्ष की आयु में निधन हुआ। उम्र से संबंधित चिकित्सा स्थितियों के लिए उनका इलाज चल रहा था। 26 दिसंबर को घर पर अचानक बेहोश हो गए। घर पर तुरंत पुनर्जीवन देने के लिए उपाय शुरू किए गए। रात करीब 8:06 बजे उन्हें एम्स के मेडिकल इमरजेंसी में लाया गया। यहां तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। रात 9:51 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। कांग्रेस समेत सभी दलों के बड़े नेताओं ने मनमोहन सिंह के निधन को देश के लिए बड़ी क्षति बताया है।

आम आदमी पार्टी ने मनमोहन सिंह को महान अर्थशास्त्री और ईमानदार नेता बताते हुए भारत रत्न दिए जाने की मांग की। आप नेता संजय सिंह ने कहा, ‘पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन भारत के लिए अपूरणीय क्षति है। इतिहास उन्हें एक महान और ईमानदार नेता के तौर पर याद रखेगा। वे सदैव ही सभी लोगों से बेहद विनम्रता से मिलते थे। डॉ. मनमोहन सिंह जी भारत रत्न के हकदार हैं। प्रभु उनकी पुण्य आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें।’

केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के 26 दिसंबर, 2024 को नई दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन के बाद 26 दिसंबर, 2024 से एक जनवरी, 2025 तक पूरे देश में सात दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है। इस दौरान, उन सभी स्थानों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा, जहां इसे पारंपरिक रूप से फहराया जाता है और सभी आधिकारिक कार्यक्रम स्थगित रहेंगे।

राजघाट के पास होगा अंतिम संस्कार
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर कल 28 दिसंबर को कांग्रेस मुख्यालय लाया जाएगा, जहां लोग उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। उनका अंतिम संस्कार राजघाट के पास किया जाएगा।

Html code here! Replace this with any non empty raw html code and that's it.

Latest news

Related news