Ballia जिला में महिला अस्पताल में होने वाली जांच अब सवालों के घेरे में है. दरअसल पूरा मामला जिला महिला अस्पताल में प्रसव के लिए आई एक महिला की एचसीवी जांच रिपोर्ट से जुड़ा है. तीमारदारों का आरोप है कि अस्पताल से एचसीवी की जो रिपोर्ट दी जा रही है वो गलत यानी फर्जी है तीमारदार ने बताया इसकी जानकारी तब हुई जब बाहर से एचसीवी की जांच कराई गई, तो हमारे भी होश उड़ गए.

अस्पताल द्वारा एचसीवी की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद प्रसूता को चिकितस्का द्वारा रिपोर्ट क्रिटीकल बताते हुए रैफर कर दिया गया. वही परिजनों की माने तो शंका होने पर जांच बाहर से कराया तो निगेटिव रिपोर्ट आया वो भी तीन बार अलग अलग कम्पनी के एचसीवी किट से. तीमारदारों ने इसकी शिकायत अस्पताल की सीएमएस से किया.
Ballia : क्या है पूरा मामला ?
इस मामले पर सीएमएस ने बताया कि मामला की जानकारी मिलते ही इसकी करवाई की गयी और फाल्स किट को वापस कराया जा रहा है. सीएमएस का कहना है की एचसीवी किट डिस्ट्रिक वेयर हाउस से आया है. अस्पताल की सीएमएस ने कहा मुझे शिकायत मिली तो मरीज को दुबारा बुला कर अस्पताल के किट से जांच कराई तो पॉजिटिव आया, फिर बाहर से किट मंगा कर अपने सामने जांच कराई तो निगेटिव आया. जिसकी सूचना लिखित में वेयर हाउस और सीएमओ को दे दिया गया है कि इस कीट के लॉट को वापस कर दिया जाये.
सवाल यह है कि कब से यह किट महिला जिला अस्पताल में आया है और कितने मरीज का रिपोर्ट गलत निकला है इसका जिम्मेदार कौन होगा? अगर मरीज ने आज हंगामा नहीं किया होता तो इस फर्जी किट का खुलासा भी नहीं होता. अब देखना यह है पूरे मामले में किस तरीके की जांच कर कार्यवाही की जाएगी.