Thursday, March 28, 2024

Dhoni पर लगा धोखेबाजी का आरोप, अंपायर्स को उलझाकर हासिल की जीत!

एमएस धोनी ( Dhoni ) एक ऐसे खिलाड़ी हैं जो किसी परिचय के मोहताज नहीं है.धोनी ( Dhoni ) के बारे में कहा जाता है कि ये विकेट के पीछे से मैच को बदल देते है. लोग अंपायर से ज्यादा धोनी पर भरोसा करते है, लेकिन इन दिनों धोनी ( Dhoni ) पर ही धोखेबाजी का आरोप लग रहे हैं. ये बात सुनने में काफी अजीब लगेगी, लेकिन पूरा सोशल मीडिया उनके इस एक्शन को लेकर ट्रोल कर रहा है. आइए जानते है पूरा मामला…

Dhoni and Pandya

मैच का 16वां ओवर मथीथ पथिराना से करवाना चाहते थे Dhoni 

दरअसल, मंगलवार को गुजरात टाइटंस और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच मैच खेला गया. जहां गुजरात टाइटंस की बैटिंग के दौरान मैच कुछ देर के लिए रुक गया. धोनी, अंपायर्स के साथ पिच के किनारे खड़े होकर काफी देर तक बातचीत करने लगे. इस दौरान किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा.

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बाद में पता चला कि धोनी मैच का 16वां ओवर मथीथ पथिराना से करवाना चाहते थे, लेकिन पिछले 9 मिनट से फील्ड से बाहर होने के कारण उन्हें बोलिंग नहीं मिल पा रहा था. बता दें कि आईपीएल नियमों के मुताबिक कानून 24.2.3 कहता है कि यदि कोई प्लेयर आठ मिनट से ज्यादा समय तक मैदान से बाहर रहता है तो उसे इतने ही देर ग्राउंड पर वक्त गुजारना होता है. तब तक वह बोलिंग या बैटिंग से दूर रखा जाएगा.

Dhoni with umpire

गुजरात टाइटंस के सपोटर्स ने धोनी पर लगाया धोखेबाजी का आरोप

यहीं वजह थी कि मथीथ पथिराना से बोलिंग करवाने के लिए धोनी ( Dhoni ) ने मैच को होल्ड पर रख दिया. वह अंपायर से बातचीत करने लगे ताकि मथीथ पथिराना का ग्राउंड पर 9 मिनट पूरा हो जाए. ऐसे में धोनी ( Dhoni ) के इस मास्टर स्ट्रोक को गुजरात टाइटंस के सपोटर्स धोखेबाजी और खेल के साथ खिलवाड़ का नाम दे रहे.

हालांकि विरोधी टीम और अंपायर्स ने इसको लेकर कोई आपत्ति दर्ज नहीं की. यहीं वजह रहा कि अंत में गुजरात टाइटंस अपने फ्लो से भटक गई और पूरी टीम 157 रन पर पर सिमट गई. आईपीएल इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब हार्दिक पंड्या की टीम ऑलआउट हो गई.

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