भरतपुर (राजस्थान )
राजस्थान के भरतपुर में खनन बंद करवाने को लेकर बाबा विजय दास के आत्मदाह के बाद अब और एक सन्त नारायण दास ने आत्मदाह की चेतावनी दी है. संत नारायण दास बृज के पर्वतों के सरक्षंण को लेकर एक बार मोबाइल टावर पर चढ़ चुके हैं. अब संत समाज इलाके में चल रहे क्रेशर को बंद करने की मांग उठी है. संत नारायण दास ने प्रशासन को 7 नवंबर को 3 दिन का समय देते हुए चेतावनी दी है.10 नवंबर यानी आज बाबा की चेतावनी की मियाद पूरी होने जा रही है. इस मामले को लेकर कलेक्ट्रेट में संत समाज और प्रशासन के बीच बातचीत हुई है लेकिन कोई सहमति नहीं बन सकी है.
3 माह पहले बाबा विजयदास ने खनन के विरोध में किया था आत्मदाह
3 माह पहले 20 जुलाई को बाबा विजय दास ने इसी इलाके में कनकांचल और आदि बद्री पर्वतों पर खनन को बंद करने लिए आत्मदाह कर लिया था. जिसके बाद राज्य सरकार ने माइन्स को तो शिफ्ट कर दिया , लेकिन क्रेशर वहीं टिके हुए हैं. साधुओं की मांग है जब खनन का काम वहां से हटा दिया गया तो क्रेशर भी हटाया जाए. क्रेशर बंद करने को लेकर बाबा नारायण दास ने 7 नवंबर को प्रशासन के लिए 3 दिन का समय दिया था. बाबा ने प्रशासन को अल्टीमोटम देते हुए कहा कि अगर तीन दिन के अंदर क्रेशर बंद नहीं हुए तो, वह आत्मदाह कर लेंगे. बाबा नारायण दास द्वारा प्रशासन को दिया गया समय आज पूरा हो रहा है.
प्रशासन और संत समाज के बीच कोई सहमति नहीं बनी
बाबा नारायण दास के अल्टीमेटम को देखते हुए बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट में एसपी श्याम सिंह और कलेक्टर आलोक रंजन की मौजूदगी में संत समाज, क्रेशर व्यवसाइयों और ग्रामीणों की ज्वाइंट बैठक हुई. इस दौरान बाबा संत समाज और प्रशासन के बीच कोई सहमति नहीं बनी. बाबा नारायण दास अपनी बात पर अड़े हुए हैं. प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए संत नारायण दास पर निगरानी शुरू कर दी है.बाबा विजय दास के आत्मदाह से पहले संत नारायण दास ही मोबाइल टावर पर चढ़ गए थे.