दरभंगा ( ब्यूरो रिपोर्ट) राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा और प्रशांत किशोर की जन सुराज पदयात्रा को लेकर अक्सर चर्चा होती है.लोगों से जुडने के साथ अपनी लोकप्रियता को जमीन तक ले जाने के लिए दोनों नेताओं ने इस यात्रा की शुरुआत थी. भारत जोड़ो यात्रा तो खत्म हो गई लेकिन जन सुराज पदयात्रा अभी भी जारी है.

प्रशांत किशोर- ‘छोटा आदमी हूँ इसलिए समय लग रहा’
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर जब अपनी यात्रा के दौरान दरभंगा से गुजर रहे थे, तब पत्रकारों ने उनसे राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर सवाल पूछा. जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि वो बड़े लोग है. उनकी जिम्मेदारी बड़ी है. इसलिए पूरे भारत की यात्रा उन्होंने महज 6 महीने में कर ली. मैं छोटा आदमी हूँ. मुझसे पूरे बिहार के 15 जिलों में घूमने में ही 15 महीने का समय लग गया. वो रोड पर यात्रा कर रहे थे, मैं गांव-गांव में जाकर यात्रा कर रहा हूं. अपने जवाब में वो राहुल पर निशाना साधने का प्रयास कर रहे थे.

मेरे पास समय की कोई सीमा नहीं जारी रहेगी पदयात्रा
अपनी यात्रा को लकेर प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार की बेहतरी के लिए मुझे दो साल लगे या तीन साल मैं काम करूंगा. जमीन पर उतरकर गांव-गांव जाकर जो काम मैं करना चाह रहा हूँ, वो काम मैं करुंगा.
3 हजार किलोमीटर की पैदल पदयात्रा यात्रा
गौरतलब है कि प्रशांत किशोर जब से पद यात्रा पर निकले हैं तब से लेकर आज तक करीब 3 हजार किलोमीटर पैदल यात्रा कर चुके हैं. प्रशांत किशोर राज्य में अपनी सियासी जमीन की तलाश में हैं. जन सुराज पदयात्रा बिहार के 11 जिलों में पूरी हो चुकी है. अभी यह यात्रा दरभंगा में चल रही है.
बता दें कि प्रशांत किशोर ने जन सुराज पदयात्रा का आरंभ बीते साल 2 अक्टूबर को पश्चिमी चंपारण के भितहरवा आश्रम से हुआ था. जिसके बाद पूर्वी चंपारण, शिवहर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और मधुबनी में पदयात्रा कर चुके हैं.