संसद में शुक्रवार को वित्त वर्ष 2023-2024 के लिए केंद्र सरकार के वित्तीय प्रस्तावों को प्रभावी बनाने के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में वित्त विधेयक, 2023 पास करा लिया. इसके बाद सदन की कार्रवाई को सोमवार 27 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
हंगामे के बीच पास हुआ वित्त विधेयक 2023
शुक्रवार सुबह 11 बजे संसद को 12 बजे तक स्थगित कर दिया गया. जिसके बाद12 बजे सभापति की कुर्सी को राजेंद्र अग्रवाल ने संभाला और सबसे पहले विपक्ष के सभी नोटिस रद्द करने की जानकारी देने के बाद उन्होंने हंगामे को नज़र अंदाज़ कर एक के बाद एक प्रस्ताव वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा पेश कराए और उन्हें ध्वनि मत से पास कराते गए.
विपक्ष अडानी मामले पर करता रहा जेपीसी की मांग
इस बीच लोकसभा में विपक्ष हंगामा करता रहा. इस दौरान सबसे मुश्किल काम लोकसभा की कार्रवाई को लाइव प्रसारित कर रहे लोकसभा टीवी के लोगों को हुई. विपक्ष उनके हर फ्रेम में अपने प्लेकार्ड दिखाने की कोशिश कर रहा था.
कई मौके पर प्लेकार्ड जिनपर अग्रेज़ी में लिखा था. “हम अग्रेज़ों से लड़े हम आरएसएस मोदी से भी लड़ेंगे”, “हम अडानी मामले में जेपीसी की मांग करते है” और “राहुल गांधी को लोकसभा में बोलने दिया जाए” नज़र भी आए. इसके साथ ही सदन में मोदी अडानी भाई-भाई, हमें जेपीसी चाहिए जैसे नारे भा साफ सुनाई दिए जा रहे थे.
आपको बता दें गुरुवार को लोकसभा में प्रमुख मंत्रालयों की अनुदान मांगों और विनियोग विधेयक 2023 को बिना किसी चर्चा और जारी विरोध के बीच पारित कर दिया गया था.