Shyam Benegal passes away: हिंदी फिल्म इंडस्ट्री मे समानांतर सिनेमा के पुरोधा श्याम बेनेगल अब इस दुनिया में नहीं रहे. 23 दिसंबर 2024 को मुंबई में उनका निधन हो गया. वो 90 साल के थे. हाल ही मैं उन्होंने अपने 90वां जन्मदिन मनाया था. उनके 90वें जन्मदिन पर भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के तमाम बड़े अभिनेता शामिल हुए.
Shyam Benegal passes away : शोक की लहर ,पीएम मोदी ने जताया शोक
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने शोक संदेश में लिखा है कि – ‘श्री श्याम बेनेगल जी के निधन से बहुत दुःख हुआ, जिनकी कहानी कहने की कला ने भारतीय सिनेमा पर गहरा प्रभाव डाला. उनके काम को विभिन्न क्षेत्रों के लोग हमेशा सराहते रहेंगे. उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना. ओम शांति’
ओम बिरला , लोकसभा अध्यक्ष
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शोक जताते हुए लिखा है कि श्याम बेनेगल जी ने भारतीय सिनेमा को विश्व पटल पर स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. अनेक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित श्री बेनेगल का देहावसान कला और फ़िल्म जगत के लिए अपूरणीय क्षति है.
राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी से लेकर ममता बैनर्जी, अनुपम खेर, मनोज वाजपेयी औऱ इंडस्ट्री से जुड़े लोग लगातार अपने शोक संदेश प्रेषित कर रहे हैं.कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लिखा है- श्याम बेनेगलजी के निधन से दुखी हूँ, वे एक दूरदर्शी फिल्म निर्माता थे, जिन्होंने भारत की कहानियों को गहराई और संवेदनशीलता के साथ जीवंत किया. सिनेमा में उनकी विरासत और सामाजिक मुद्दों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता पीढ़ियों को प्रेरित करेगी. दुनिया भर में उनके चाहने वालों और प्रशंसकों के प्रति हार्दिक संवेदना.
श्याम बेनेगल का हिंदी सिनेमा में बेजोड़ काम
श्याम बेनेगल की पहचान हिंदी सिनेमा में एक अलग धारा को मुख्य धारा से जोड़ने से है. श्याम बेनेगल हिंदी सिनेमा को पॉपुलर सिनेमा से सार्थक सिनेमा की तरफ ले जाने वाले चंद फिल्मकारों में से एक रहे. उनकी उपलब्धियों की बात करें तो फिल्म इंडस्ट्री में उनके बेजोड़ काम की सरहाने के लिए भारत सरकार ने उन्हें 1976 में पद्मश्री और 1991 में पद्मभूषम सम्मान दिया.
2007 में उनके काम के लिए उन्हें भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च पुरस्कार दादा साहब फाल्के से नवाजा गया. श्याम बेनेगल भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के एक मात्र निर्देशक थे जिन्हें उनकी बेहतरीन फिल्मों के लिए पांच बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला.
श्याम बेनेगल हैदराबाद के रहने वाले थे और उनका जन्म जन्म 14 दिसंबर 1934 को हुआ था. वो जाने माने फिल्म निर्देशक और कलाकार गुरदत्त के कजन थे. इंडस्ट्री में उनकी पहचान बनाने में उनकी कुछ फिल्में और टेली धारावाहिक मील का पत्थर साबित हुई है.उन्होंने अंकुर, निशांत, मंथन और भूमिका जैसी फिल्में बानई और समानांतर सिनेमा के अग्रणी निर्देशकों में शुमार हुए.
श्याम बेनेगल ने हिंदी सिनेमा में ऑफबीट सब्जेक्ट को भी कमर्शियल सिनेमा में ऐसे बदला कि फिल्म यादगार बन गई, जैसे जुबैदा, वेलकम टू सज्जनपुर, हरीभरी, सरदारी बेगम, सूरज का सांतवा घोड़ा जैसी फिल्में. श्याम बेनेगल ने दूरदर्शन के लिए भारत एक खोज और यात्रा जैसी डॉक्यूमेंट्री बनाई.