Gopal Khemka murder : पटना का जाने माने व्यापारी गोपाल खेमका की हत्या का सीसीटीवी फिटेज सामने आया है जिसमें दिखाई दे रहा है कि हमलावर गोपाल खेमका के घर पर उनके आने से पहले से वहां मौजूद था. वीडियो में दिख रहा है कि स्कूटी सवार व्यक्ति दो कारों के बीच छिपा हुआ था और जैसे ही गोपाल खेमका की गाड़ी घर पहुंची , तो हमलावर ने सामन से आकर गोली मार दी.
VIDEO | Patna, Bihar: Prominent businessman Gopal Khemka was shot dead near his residence in Patna by a bike-borne assailant late Friday. CCTV visuals of the incident.#PatnaNews #BiharNews
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— Press Trust of India (@PTI_News) July 5, 2025
Gopal Khemka murder : 7 साल पहले हुई थी बेटे की हत्या
गोपाल खेमका की हत्या से पूरे पटना शहर में खलबली मच गई है. गोपाल खेमका बिहार के जाने माने कारोबारियों मे से एक थे. ये घटना इसलिए भी और महत्वपूर्ण है क्योंकि गोपाल खेमका और उनका परिवार पहले से ही अपराधियों के निशाने पर था.
20 दिसंबर 2018 को क्या हुआ था ?
7 साल पहले वैशाली जिले के हाजीपुर में एक सनसनीखेज हत्याकांड हुआ जिसने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया था. ये हत्या पटना के जाने माने कारोबारी गोपाल खेमका के बड़े बेटे और उस समय बीजेपी के लघु उद्योग प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक गुंजन खेमका की हुई थी. गुंजन खेमका को आपराधियों ने हाजीपुर में उनकी पेपर मिल के सामने गेट पर ही गोली मार दी थी. ये घटना दिन दहाड़े दोपहर 12 बजे हुई थी. घटना पूरी तरह से सुनियोजित थी. जैसे ही गुंजन खेमका अपनी फैक्ट्री में जाने के लए गेट पर पहुंचे, वहां मौजूद बाइक सवार ने गाड़ी मे सटकर गुंजन पर फायरिंग की थी, जिसके कारण उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी. गुंजन खेमका हाजीपुर के जीके कॉटन फैक्ट्री और एक्सेल पेपर फैक्ट्री के मालिक थे. इस हत्याकांड के बाद बिहार में कानून व्यवस्था पर जमकर बवाल हुआ था. तब भी राज्य में नीतीश कुमार की सरकार थी लेकिन सुशासन का दावा करने वाली सरकार में इतने बड़े हत्या कांड को अंजाम दे दिया गया. गुंजन हत्याकांड ने बिहार में अपराधियों के हौसले और कानून व्यवस्था की नाकामी को उजागर किया था. घटना का सात साल बाद भी मामला सुलझा नहीं है, जितने आरोपी पकड़े गये सभी छोड़ दिया गये, और आज भी से रहस्य हैकि आखिर गुंजन खेमका की हत्या किसके कहने पर और क्यों की गई थी.
गोपाल खेमका की हत्या ने खोली सुशासन की पोल
गुंजन खेमका की हत्या के मामले में कानून व्यवस्था पर जम कर सवाल उठे थे, 50 से अधिक लोगो से पूछताछ हुई, संदेह के घेरे में जो आरोपी था उसकी भी गोली मार कर हत्या कर दी गई . गुंजन खेमका की हत्या ने गोपाल खेमका के पूरे परिवार को तोड़ कर रख दिया. उस समय गोपाल खेमका ने कहा था कि उन्हें कोई धमकी भी नहीं मिली थी, इसके बावजूद बेटे की हत्या को लेकर गोपाल खेमका ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया था.
अब गोपाल खेमका की भी ठीक उसी तरह से हत्या कर दी गई और दुस्साहस की हद तो ये हो गई कि गोपाल खेमका की हत्या उनके अपने ही घर के बाहर कर दी गई. बेटे गुंजन खेमका की हत्या का मामला अभी सुलझा भी नहीं है कि पिता गोपाल खेमका को भी मौत के घाट उतार दिया गया है.
एक्शन में आये नीतीश कुमार
गोपाल खेमका की हत्या के बाद एक बार फिर से नीतीश कुमार सरकार के सुशासन के दावों पर सवाल उठ रहे है. खासकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर बड़े सवाल खड़े हुए हैं. हत्या के बाद उठ रहे सवालों के बीच शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियो के साथ बैठक की. सीएम ने बैठक के दौरान कहा कि अपराध नियंत्रण में किसी प्रकार की कोताही नहीं दी जानी चाहिये.
आपको बता दें कि कारोबारी गोपाल खेमकी की जहां हत्या हुई वो जगह गांधी मैदान पुलिस स्टेशन से महज 150 से 200 मीटर की दूरी पर स्थित है. पटना एसएसपी कार्यालय भी यहीं हैं. इसक बावजूद घटना के करीब डेढ़ घंटे के बाद पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस प्रशासन के सुस्त रवैये से लोगो के बीच रोष बढ़ रहा है.