दिग्गज निवेशक विजय केडिया ने Gensol Engineering में सामने आए फंड घोटाले और गवर्नेंस में गड़बड़ी के बाद खुदरा निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी है, उन्होंने कहा कि और भी कई कंपनियां हैं जो छिपी हुई हैं और समय के साथ बेनकाब होंगी.
SEBI द्वारा प्रमोटरों को सिक्योरिटीज़ मार्केट से प्रतिबंधित किए जाने के अगले ही दिन केडिया ने सोशल मीडिया पर लिखा, “अभी भी कई ‘Gensol’ अलमारी में छिपे हैं, जो वक्त आने पर बाहर आएंगे,” उन्होंने कंपनी का नाम नहीं लिया लेकिन स्मॉल और मिड-कैप स्टॉक्स को लेकर चिंता जताई.
घोटाले की तरफ इशारा करने वाले 10 संकेत: विजय केडिया
- बड़े-बड़े वादे और दिखावटी बातें करना
- लगातार मीडिया में बने रहना और इंटरव्यू देना
- छोटी उपलब्धियों को बड़ा दिखाना
- फंड जुटाने की होड़ लेकिन पारदर्शिता नहीं
- ट्रेंडिंग विषयों पर बेमतलब कारोबार
- “AI”, “नेक्स्ट-जेन”, जैसे शब्दों का दिखावटी इस्तेमाल
- प्रमोटरों की जीवनशैली कंपनी की स्थिति से मेल न खाना
- शेयर गिरवी रखना
- CFOs और ऑडिटर्स का बार-बार इस्तीफा
- आपसी कंपनियों से अत्यधिक लेनदेन
क्या है Gensol Engineering का मामला?
SEBI ने प्रमोटरों अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी को सिक्योरिटीज़ मार्केट से बैन कर दिया है. आरोप है कि उन्होंने कंपनी के फंड्स का निजी खर्चों में गलत इस्तेमाल किया. 29 पेज की इंटरिम ऑर्डर में SEBI ने लिखा, “प्रथम दृष्टया प्रमोटर-डायरेक्टर्स ने कंपनी के फंड का दुरुपयोग और डायवर्जन किया है.” साथ ही स्टॉक स्प्लिट को भी होल्ड पर डाल दिया गया है.
स्वतंत्र निदेशक का इस्तीफा
SEBI की कार्रवाई के बाद स्वतंत्र निदेशक अरुण मेनन ने तुरंत प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है। यह जांच CARE और ICRA की रेटिंग डाउनग्रेड के बाद शुरू हुई थी.
Gensol का शेयर धड़ाम
Gensol का शेयर 16 दिनों से लगातार 5% लोअर सर्किट में है. फरवरी 2024 में ₹1,376 के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद अब यह लगभग 90% गिर चुका है. इस साल अब तक यह स्टॉक 84% गिरा है जबकि Nifty 50 सिर्फ 1% नीचे है।