BPSC Protest:राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने जन सुराज पार्टी पर हमला करते हुए राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर की नवगठित पार्टी पर बिहार में नीतीश कुमार के सत्तारूढ़ गठबंधन की ‘बी टीम’ के रूप में काम करने का आरोप लगाया.
तेजस्वी ने वीडियो संदेश के जरिए बोला प्रशांत किशोर पर हमला
रविवार को बीपीएससी परीक्षा का विरोध कर रहे छात्रों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस के पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया. घटना के कुछ घंटों बाद, पूर्व उपमुख्यमंत्री ने देर रात एक वीडियो संदेश में कहा कि प्रदर्शनकारियों को गांधी मैदान की ओर मार्च करने के लिए “गुमराह” किया गया था. उन्होंने इसके लिए आईपीएसी के संस्थापक और उनकी पार्टी का नाम लिए बिना उसपर निशाना साधा.
वीडियो देखकर कलेजा काँप गया जिस तरह से छात्रों को ठंड में पीटा गया है। क्या कोई नेता का बेटा, अधिकारी का बेटा को ऐसे पुलिस मार सकती है ? आंदोलन को ख़त्म करने के लिए BJP अपने दलाल को प्लांट किया और लाठी खिलवा दिया बच्चों को और ख़ुद भाग गया।
बीते 11 दिनों से गर्दनीबाग़ में चल रहे… pic.twitter.com/wbYRagtG8b
— Alok Chikku (@AlokChikku) December 29, 2024
वीडियों को टैग कर आरजेडी की ओर से लिखा गया कि, “वीडियो देखकर कलेजा काँप गया जिस तरह से छात्रों को ठंड में पीटा गया है. क्या कोई नेता का बेटा, अधिकारी का बेटा को ऐसे पुलिस मार सकती है ? आंदोलन को ख़त्म करने के लिए BJP अपने दलाल को प्लांट किया और लाठी खिलवा दिया बच्चों को और ख़ुद भाग गया. बीते 11 दिनों से गर्दनीबाग़ में चल रहे भूख हड़ताल से सरकार दबाव में थी। लेकिन आज के मूवमेंट से छात्रों की आवाज़ कमजोर हुई है. आंदोलन को राजनीतिकरण से बचाइए. चाहे वो ख़ुद तेजस्वी ही क्यों ना हो.”
BPSC Protest: तेजस्वी यादव ने अपने संदेश में क्या कहा
बिहार में विपक्ष के नेता यादव ने आरोप लगाया, “यह आंदोलन छात्रों द्वारा शुरू किया गया था. गर्दनी बाग में करीब दो सप्ताह तक चले धरने ने सरकार को हिलाकर रख दिया था, जहां मैं हाल ही में गया था. इस दौरान कुछ ऐसे तत्व सामने आए जो सरकार की बी टीम की तरह काम कर रहे थे.”
उन्होंने कहा, “प्रशासन की ओर से ऐसा न करने की चेतावनी के बावजूद प्रदर्शनकारियों को गांधी मैदान की ओर मार्च करने के लिए गुमराह किया गया. और, जब लाठीचार्ज और पानी की बौछारों का सामना करने का समय आया, तो विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने की पेशकश करने वालों ने भागना पसंद किया.”
हालांकि पुलिस द्वारा बल प्रयोग किए जाने के समय प्रशांत किशोर मौजूद नहीं थे, लेकिन उन्होंने रविवार को अपने समर्थकों के साथ प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया था.
इसके बाद किशोर, जन सुराज पार्टी के अध्यक्ष मनोज भारती और कई अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. पटना के जिला मजिस्ट्रेट चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि रविवार को गांधी मैदान में प्रशांत किशोर के साथ प्रदर्शनकारियों ने शाम को मुख्यमंत्री आवास की ओर मार्च करने का प्रयास किया, जिसके कारण पुलिस ने कार्रवाई की.
BPSC Protest: तेजस्वी यादव का छात्रों से वादा
तेजस्वी यादव ने वादा किया कि उनकी पार्टी 13 दिसंबर को आयोजित संयुक्त प्रतियोगी परीक्षाओं को रद्द करने की प्रदर्शनकारियों की मांग का “राजनीतिक” समर्थन करने के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल करेगी, जिसमें राज्य भर में 900 से अधिक केंद्रों पर पांच लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे. “लेकिन आपको खोखले वादों से प्रभावित नहीं होना चाहिए. अपनी बात पर अड़े रहें. 4 जनवरी को अभी कुछ दिन बाकी हैं. सरकार को अपने घुटनों पर लाने के लिए अभी काफी समय है. यह कहना बेतुका है कि BPSC सरकार के अधीन नहीं आता है. इसका अध्यक्ष मुख्यमंत्री द्वारा नियुक्त किया जाता है, जो गृह विभाग भी रखते हैं, वह विभाग जो पुलिस को नियंत्रित करता है.”