नई दिल्ली (न्यूज डेस्क) 30 जनवरी को चंडीगढ़ के मेयर चुनाव Chandigarh Mayor Election में जो हुआ उसे पूरे देश ने देखा. मेयर चुनाव के मतदान के बाद वोटों की गिनती के समय जिस तरह से प्रिजाइडिंग अफसर ने मतों को कलम लगाकर रद्द किया वो कैमरे पर रिकार्ड हुआ. कई दिनों तक सड़को पर लड़ने के बाद न्याय की गुहार लगाते आम आदमी पार्टी सर्वोच्च न्यायलय पहुंची . Chandigarh Mayor Election में धांधली के मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस डीवाय चंद्रचूड़ समेत तीन जजों की बेंच ने मामले को सुना. इस दौरान चीफ जस्टिस डीवाय चंद्रचूड़ को सबूत के तौर पर वो वीडियो दिखाया गया जिसमें प्रिजाइडिंग अफसर कथित रुप से मतों को रद्द करते दिखाई दे रहे थे.
Chandigarh Mayor Election हम स्तब्ध हैं- सीजेआई
चीफ जस्टिस डीवाय चंद्रचूड़ वीडियो देखते ही भड़क गये और कहा कि ये तो लोकतंत्र का मजाक है.जो कुछ दिखाई दे रहा है, उसे देखकर हम स्तब्ध हैं. चीफ जस्टिस ने कहा कि हम इस तरह से लोकतंत्र की हत्या को इजाजत नहीं दे सकते हैं.वीडियो देखने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी किया और तत्काल चुने हुए नये मेयर के कामकाज पर रोक लगाने के आदेश भी दिये है. सुप्रीमकोर्ट ने कुलदीप कुमार की याचिका पर नोटिस जारी किया.
चुनाव का पूरा रिकार्ड हाईकोर्ट रजिस्ट्रार के पास करायें जमा – सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए आदेश दिया कि तत्काल चुनाव प्रक्रिया का पूरा रिकार्ड पंजाब हरियाणा हाइकोर्ट के रजिस्ट्रार के पास शाम 5 बजे कर जमा कराने के आदेश दिये. ये भी निर्देश दिया कि यहां सभी वीडियो बतौर प्रूफ रखे जायें. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने 7 फऱवरी को होने वाली निगम की पहली बैठक को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया है.साथ ही चंडीगढ़ के नये मेजर के कामकाज पर भी रोक लगा दी है.सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में प्रजाइडिंग ऑफिसर को सारे दस्तवेज हाइकोर्ट रिस्ट्रार को सौंपने के आदेश दिये हैं.
याचिकाकर्ता ने नये सिरे से चुनाव कराने की रखी मांग
याचिकाकर्ता कुलदीप कुमार की याचिका पर उनकी तरफ से बहस कर रहे वकील अभिषेक मनु सिंहवी ने पेनड्राइव देकर चीफ जस्टिस को मतगणना का वीडियो दिखाया और बताया कि मतगणना के दौरान क्या हुआ. किस तरह प्रिजाइडिंग अफसर ने लोकतंत्र का मजाकर उड़ाया और खुले आमचुनाव प्रक्रिया का गला घोंट दिया.सिंहवी ने सीजेआई को दिखाया कि किस तरह से प्रजाइडिंग अफसर मतपत्रों पर कलम चला रहे थे. उसी पेन ड्राइव में ये भी दिखाई दिया कि किस तरह से दरवाजे से पीछे से आकर बीजेपी कैंडिडेट मेयर की कुर्सी पर बैठ गये. इस आधार पर सिंहवी ने मांग की कि चंडीगढ़ मेयर के चुनाव को रद्द कर दोबारा चुनाव कराये जायें.
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सीजेआई ने कहा- लोकतंत्र की हत्या
सीजेआई ने वीडियो देखते हुए वकील से सवाल पूछा कि ये प्रिजाइडिंग ऑफिसर कैमरे मे क्यों देख रहा है? फिर सीजेआई ने कहा ये तो लोकतंत्र का मजाक है. हम ऐसे लोकतंत्र की हत्या नहीं होन दे सकते. हम आश्चर्यचकित हैं. सीजेआई ने ये भी पूछा कि क्या यही प्रिजाइडिंग अफसर का व्यवहार होता हैं.