Water Fasting : इन दिनों हमारे देश में फिटनेस को लेकर अवेयरनेस है और लोग अपनी सेहत को बनाये रखने के लिए खूब मेहमत भी करते हैं. खासकर जो लोग मोटापे से परेशान हैं, ऐसे लोग कभी उपवास का सहारा लेते हैं तो कभी तरह तरह के व्यायाम का लेकिन कई बार बिना जानकारी के किये गये उपाय जानलेवा भी सबित हो जाते हैं. केरल से एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक लड़की ने वजन कम करने के लिए ऐसा तरीका आजमाया कि उससे लड़की की जान ही चली गई. मामला केरल के कन्नूर जिले के मेरुवंबायी का है जहां 19 साल की श्रीनंदा नाम की एक लड़की की एनोरेक्सिया नर्वोसा नाम की बीमारी से मौत हो गई.
Water Fasting : केवल पानी पर एक साल से जिंदा थी युवती
एनोरेक्सिया नर्वोसा भोजन से जुड़ी बीमारी है, जिसमें लोगों को भोजन के कारण वजन बढ़ने का डर सताता रहता है. श्रीनंदा का इलाज केरल के ही थलसेरी कोऑपरेटिव अस्पताल में चल रहा था. टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक श्रीनंदा बीए फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट थीं. परिवार ने बताया कि बजन बढ़ने के डर से वो पिछले एक साल से ठीक से खाना नहीं खा रही थी.
ऑनलाइन डायट चार्ट का सहारा लेकर मोटापा घटाने की कोशिश
परिवार ने बताया कि वो खूब एक्सरसाइज और ऑनलाइन मिले डायट चार्ट को फोलो करती थी. ऑनलाइन किसी वीडियो में वाटर फास्टिंग देख कर उसने वाटर फॉस्टिंग रखना शुरु किया और पिछले एक साल से मुख्य रुप से केवल पानी पर ही जिंदा थी. जब एक साल में हालत बिगड़ने लगी तो उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया . दस दिन तक इलाज चला लेकिन डाक्टर्स उसे बचा नहीं पाये, क्योंकि शरीर मे भोजन की कम के कारण उसका ब्लड प्रेशर और पल्स रेट बहुत कम हो गया था. ब्लड शुगर का लेवल सिर्फ 40 से 50 के बीच था और इसके शरीर का इलेक्ट्रोलाइट लेवल बेहद कम था. संतुलित भोजन ना मिलन के कारण उसके पेट और आंत के साथ साथ शरीर के कई अंग खराब हो चुके थे और दस दि नतक चले इलाज के वाबजूद रिकवरी नहीं हो पायी.