Srinagar attack:श्रीनगर में ग्रेनेड हमले में कथित संलिप्तता के लिए लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से जुड़े तीन आतंकवादी सहयोगियों को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया. समाचार एजेंसी पीटीआई ने ये जानकारी दी. रविवार को हुए इस हमले में सुरक्षा बलों को निशाना बनाया गया और 12 नागरिक घायल हो गए.
Srinagar attack: पुलिस ने तीन लोगों को किया गिरफ्तार
कश्मीर जोन के पुलिस महानिरीक्षक वी के बिरदी ने बताया, “गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान उसामा यासीन शेख, उमर फैयाज शेख और अफनान मंसूर शेख के रूप में हुई है. तीनों शहर के इखराजपोरा इलाके के रहने वाले हैं.”
अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने तीन आतंकी साथियों की गिरफ्तारी के साथ मामले को सुलझा लिया है. बिरदी ने यह भी बताया कि यह हमला पाकिस्तान स्थित आतंकी आकाओं के इशारे पर किया गया था. हमले का उद्देश्य क्षेत्र में “शांति और सौहार्द” को भंग करना था. तीनों आरोपियों के खिलाफ यूएपीए [गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम] के तहत मामला दर्ज किया गया है. श्रीनगर ग्रेनेड हमला आतंकवादियों ने इलाके में तैनात सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के प्रयास में एक साप्ताहिक पिस्सू बाजार में एक फ्लाईओवर से ग्रेनेड फेंके. ग्रेनेड एक अर्धसैनिक वाहन के पास गिरे और फट गए, जिससे 12 नागरिक घायल हो गए.
उपराज्यपाल ने दिए आतंकी संगठनों को कुचलने के निर्देश
रविवार का हमला जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों और मुठभेड़ों की एक श्रृंखला की पृष्ठभूमि में हुआ है, जब 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद से पहली निर्वाचित सरकार ने 16 अक्टूबर को शपथ ली थी.
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सुरक्षा बलों से कहा है कि वे इस क्षेत्र में सक्रिय आतंकी संगठनों को कड़ी प्रतिक्रिया दें और उन्हें “कुचल दें”. सिन्हा ने कहा, “आपको आतंकी संगठनों को कुचलने की पूरी आज़ादी है और इस मिशन को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़नी है.”
केंद्र सरकार के पास कानून-व्यवस्था और सुरक्षा तंत्र की पूरी जिम्मेदारी है-उमर अब्दुल्ला
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस हमले को क्षेत्र में शांति भंग करने की साजिश बताया. उन्होंने यह भी कहा कि एक दशक पहले हुए हालिया विधानसभा चुनावों के बाद नई सरकार बनने के बाद से ऐसी घटनाओं में वृद्धि हुई है. अब्दुल्ला ने कहा, “इससे साबित होता है कि घाटी में अभी भी आतंकवाद है… केंद्र सरकार के पास कानून-व्यवस्था और सुरक्षा तंत्र की पूरी जिम्मेदारी है. हम सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं.”