नई दिल्ली :(अभिषेक झा-ब्यूरोचीफ) लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बिहार के मुजफ्फरपुर में बीजेपी को ब़ड़ा झटका लगा है. बीजेपी नेता और वर्तमान सांसद अजय निषाद Ajay Nishad ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है और कांग्रेस का दमन थाम लिया है.
Ajay Nishad कांंग्रेस में शामिल
अजय निषाद ने मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में पार्टी ज्वाइन किया. अजय निषाद को पार्टी मे शामिल कराने के बाद वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मोहन प्रकाश ने कहा कि इनके आने से पिछड़े और अति पिछड़े की लड़ाई मजबूती से लड़ी जा सकेगी.
मैं कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने मुझे पार्टी में शामिल होने का मौका दिया।
मैं कांग्रेस के लिए दिन-रात काम करूंगा।
: @NishadSri जी pic.twitter.com/yMwf3xthfd
— Congress (@INCIndia) April 2, 2024
लोकसभा का टिकट ना मिलने से नाराज अजय निषाद ने पहले कांग्रेस के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह से मुलाकात की,फिर कांग्रेस में शामिल हो गये. अखिलेश सिंह से मुलाकात और फिर कांग्रेस मे शामिल होने के बाद ये कयास लगाये जा रहे हैं कि अब मुजफ्फरपुर में अजय निषाद कांग्रेस का उम्मीदवार हो सकते हैं.
अजय निषाद की जगह किसे मिला मुजफ्फरपुर का टिकट ?
अजय निषाद मुजफ्फरपुर से सीटिंग सांसद हैं, लेकिन बीजेपी ने अजय निषाद का टिकट काटते हुए यहां से मल्लाह जाति से आने वाले राजभूषण को टिकट दिया है.इस के बाद से ही वर्तमान सांसद पार्टी से नाराज नजर आ रहे थे. अब अजय निषाद ने कांग्रेस में शामिल होकर बीजेपी को बड़ा झटका दिया है. टिकट कटने के बाद अजय निषाद बीजेपी से नाराज चल रहे थे. कयास लगाए जा रहे थे कि वे महागठबंधन में शामिल होकर मुजफ्फरपुर सीट से चुनाव मैदान में उतरेंगे.
अजय निषाद का राजनीतिक जीवन
अजय निषाद एक राजनीतिक परिवार से आते हैं. इनके पिता जयनारायण निषाद 1996 से 2009 तक मुजफ्फरपुर लोक सभा से सांसद रहे. 2004 में इनके पिता को हराकर जार्ज फार्नाडिस सासंद बने लेकिन 2009 में राजनारायण निषाद जदयू से यहां के सांसद बने. पिता की राह पर चलते हुए अजय निषाद ने 2014 में वर्तमान में मौजूदा बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह को 2लाख से ज्यादा मतों से हराया, वहीं 2019 में अजय निषाद ने अपने विरोधी को 4.09 लाख वोट से हराया था.