मंगलवार को हरियाणा की राजनीति ने 180 डिग्री टर्न लिया. सुबह जेजेपी और बीजेपी गठबंधन टूटने और फिर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे से शुरु हुआ संकट शाम प्रदेश बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष नायब सिंह सैनी के हरियाणा के सीएम पद की शपथ लेने के साथ खत्म होता नज़र आया.
शपथ लेने से पहले नायब सिंह ने छूए पूर्व सीएम खट्टर के पैर
शाम पांच बजे चंडीगढ़ राजभवन में हुए समारोह में हरियाणा भाजपा अध्यक्ष नायब सिंह सैनी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. सैनी ने शपथ लेने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के पैर छू कर उनका आशीर्वाद लिया. सैनी को खट्टर का बेहद करीबी माना जाता है. ऐसा कहा जा रहा है कि बीजेपी ने एक ओबीसी चेहरे को मौका देने के लिए नायब सिंह को मुख्यमंत्री बनाया.
#WATCH हरियाणा भाजपा अध्यक्ष नायब सिंह सैनी ने चंडीगढ़ के राजभवन में हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी इस दौरान मौजूद रहे। pic.twitter.com/AzCj9MGpoz
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 12, 2024
कौन-कौन बना मंत्री
नायाब सिंह सैनी के साथ भाजपा नेता कंवर पाल गुज्जर, बीजेपी नेता जय प्रकाश दलाल , बीजेपी नेता बनवारी लाल , बीजेपी नेता मूलचंद शर्मा और निर्दलीय विधायक रणजीत सिंह ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली.
जेजेपी के चार विधायक रहे मौजूद
शपथ ग्रहण समारोह में दिलचस्प ये रहा कि, जेजेपी के चार विधायक ईश्वर सिंह, देवेंद्र बबली, राम निवास और जोगीराम कार्यक्रम में मौजूद रहे. हलांकि बीजेपी के नेता अनिल विज इस कार्यक्रम में नहीं पहंचे. ऐसा कहा जा रहा है कि विज ने बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व को साफ कर दिया है कि वो अपने जूनियर के साथ काम नहीं कर पाएंगे.
जानिए कैसे खट्टर हटे और नायब सिंह बने मुख्यमंत्री
दोपहर में जेजेपी-बीजेपी गठबंधन टूटन क बाद मनोहर लाल खट्टर ने इस्तीफा दे दिया. इसके बाद बीजेपी ने दावा किया कि उसके पास पर्याप्त संख्या है – अपने 41 विधायक के अलावा उसके साथ पांच निर्दलीय भी हैं, जिससे वह हरियाणा विधानसभा में 45 सीटों के आधे आंकड़े को पार कर गयी है.
इसके बाद बीजेपी विधायक दल की बैठक हुई जिसमें हरियाणा के अगले सीएम के तौर पर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष नायब सिंह सैनी के नाम पर मुहर लग गई. और शाम होते होते नायब सिंह ने सीएम पथ की शपथ भी ले ली.

क्यों टूटा बीजेपी और जेजेपी का गठबंधन
ऐसा कहा जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के लिए सीट-बंटवारे पर बात नहीं बनने के कारण बीजेपी और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जेजेपी के बीच संबंध खराब हो गए थे. 2019 के चुनाव में बीजेपी ने राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी.
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