पटना : बीजेपी ने इस बार 400 पार नारे के साथ लोकसभा चुनाव 2024 के लिए जो पहली लिस्ट जारी की है उसमें हर तरह के समीकरण का पूरा ख्याल रखा है. बीजेपी ने बिहार के पोपुलर भोजपुरी स्टार पवन सिंह को आसनसोल से टिकट दिया तकि उसकी पोपुलैरिटी को भंजाकर बंगाल की एक सीट पर कब्जा हो सके लेकिन पवन सिंह चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया. अब खबर आ रही है कि इस सीट से बीजेपी भोजपुरी की Akshara Singh दूसरी मेगा स्टार स्टार अक्षरा सिंह को उतार सकती है. खबर है कि अक्षरा सिंह बीजेपी के टिकट पर आसनसोल से चुनाव लड़ सकती है. भोजपुरी एक्टर अक्षरा सिंह के पिता का कहना है कि अगर अक्षरा आसनसोल से लड़ी तो जरुर जीतेगी.
Akshara Singh और पवन सिंह के बीच है लड़ाई
दऱअसल पिछले काफी समय से चर्चा है कि पवन सिंह और अक्षरा सिंह के आपसी रिश्तों मे खटास है और दोनो के बीच लड़ाई चरम पर है. अक्षरा सिंह ने कई इंटरव्यू में पवन सिंह के खिलाफ कई बातें कहीं है. अब माना जा रहा है कि पवन सिंह से अदावत और अक्षरा सिंह की पोपुलेरिटी को भुनाते हुए बीजेपी उसे आसनसोल सीट से अपना उम्मीदवार बना सकती है.
अक्षरा सिंह ने बीजेपी नेताओं से की मुलाकात
अक्षरा सिंह हलांकि इस समय प्रशांत किशोर की जन सुराज से जुड़ी हुई हैं लेकिन सूत्रों के हवाले से खबर है कि अक्षरा ने पिछले दिनों बीजेपी के कई नेताओं से मुलाकात की है और अब आलाकमान पवन सिंह के इंकार के बाद उसे मैदान में उम्मीदवार के तौर पर उतारने की तैयारी कर रही है. हलांकि अभी बीजेपी की तरफ से आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी सामने नहीं आई है.
भोजपुरी इंडस्ट्री में पवन सिंह से ज्यादा पोपुलर है अक्षरा सिंह
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेपी ने इस सीट से टीएमसी के सांसद शत्रुघन सिन्हा के खिलाफ किसी फिल्मी हस्ती को ही उतारने का फैसला किया है. ऐसे में अक्षरा सिंह को यहां के लिए एक बेहतर उम्मीदवार माना जा रहा है. अक्षरा सिंह के फैनफोलोइंग दिन के साथ साथ बढ़ रहे है. ऐसे में पवन सिंह की बदौलत अक्षरा सिंह को आसनसोल से बेहकर उम्मीदवार मान जा रहा है.
पवन सिंह और अक्षरा सिंह के बीच थी खास दोस्ती
हाल के समय तक पवन सिंह और अक्षरा सिंह के बीच अच्छी दोस्ती थी,यहां तक की दोनो की शादी तक की बातें हो रही थी लेकिन हाल ही में अक्षरा सिंह ने मीडिया इंटरव्यूज में पवन सिंह पर मारपीट और प्रताड़ना के कई आरोप लगाये थे.
पवन सिंह ने आसनसोल से चुनाव लड़ने से किया इंकार
पवन सिंह को बीजेपी ने अपनी पहली लिस्ट मे ही लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित किया था. पवन सिंह ने अपने नाम की घोषणा के बाद बीजेपी को इसके लिए धन्यवाद भी दिया थै लेकिन अगले ही दिन व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया . बताया दा रहा है कि पवन सिंह के इंकार की वजह आसन सोल में उनके खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन हैं.
अक्षरा क्यों हैं बन सकती हैं बीजेपी की पसंद
भोजपुर स्टार्स का प्रभाव बिहार यूपी के अलावा बंगाल में भी खासा रहता है. पवन सिंह जितने बिहार में प्रसिद्ध हैं, उतने ही बंगाल में भी देखे सुने जाते हैं. इसके बादजूद स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बीजेपी को जो शुरुआती रिपोर्टस मिली थी उसमें पवन सिंह की जीत पक्की मानी जा रही थी लेकिन बाद में कुछ ऐसी रिपोर्ट्स आई जिसके मुताबिक अगर बीजेपी पवन सिंह को आसनसोल से उतारती है तो यहां के आस पास के 5 सीटों पर इसका असर पड़ता और बीजेपी चुनाव हार सकती थी. इसकी जो सबसे बड़ी वजह साने आई है वो है पवन सिंह के द्वारा गाये गये गीत.बताया जा रहा है कि पवन सिंह के गाये गानों मे जिस तरह से स्त्री विरोधी बातें होती हैं, उससे बंगाल के लोग खासे नाराज हैं. खासकर महिलाएं इसके विरोध में हैं.
पार्टी के अंदर भी था विरोध
बताया जा रहा है कि जब से पवन सिंह को पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया, उस समय से पार्टी के अंदर भी इसका विरोध हो रहा था. कई नेता पवन सिंह के खिलाफ अमित शाह और जेपी नड्डा से भी मिले थे. इसकी वजह पवन सिंह द्वारा गाये गये गाने और उसके बोल हैं, जो महिलाओं के लिए आपत्तिजनक हैं. इससे बीजेपी पर महिला विरोधी होने का चस्पा भी लग सकता था. वहीं टीएमसी भी पवन सिंह को लेकर विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी में थी.