आरा : आरा सिविल कोर्ट के गेट के सामने एक अधेड़ को Ara Firing अपराधियों ने गोली मार दी. इस घटना में अधेड़ व्यक्ति बुरी तरह जख्मी हो गये हैं. व्यक्ति के गर्दन पर गोली मारी गई है. घटना की जानकारी मिलते ही पुरे इलाके में सनसनी फैल गई. इलाके के तमाम अधिकारी और पुलिस बल को लोग भारी संख्या में मौके पर पहुंचे. आरा अनुमंडल पदाधिकारी घटना के साथ साथ आरा ASP चंद्रप्रकाश घटना स्थल पर पहुंचे. नवादा और टाउन थाना की पुलिस भी घटना स्थल पर पहुंच गई है और मामले छान बीन में जुट गई है.
Ara Firing दिन दहाड़े कोर्ट के गेट के बाहर मारी गई गोली
पीडित व्यक्ति की पहचान उदवंतनगर थाना के बेलाऊर गांव निवासी गोपाल चौधरी, उम्र करीब 62 वर्ष के रुप में हुई है . प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक गोपाल चौधरी जैसे ही कोर्ट से बाहर निकले, पहले से घात लगाए अपराधियों ने गोली मार दी. गोपाल चौधरी को गोली गर्दन पर लगी, जिसके कारण वो गंभीर रुप से घायल हैं. उन्हें इलाज के लिए आरा के बाबू बाजार स्थित डाक्टर विकास के अस्पताल में ले जाया गया जहां उसका इलाज कराया जा रहा है.
कोर्ट की तारीख पर आये बुजुर्ग पर फायरिंग
इस पूरे मामले में 62 वर्षीय गोपाल चौधरी के बेटे ने बताया कि वो लोग कोर्ट में तारीख पर आये थे. हम लोग पांच-छह आदमी थे. एक मर्डर केस में हम लोगों का नाम दे दिया गया है. उसी के सिलसिले में तारीख थी जिस पर हमलोग आए थे. निकलने के दौरान कोर्ट के बाहर गेट पर ही गोली मार दी गई.
भोजपुर एसपी ने घटना की पुष्टि
भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार ने बताया की कोर्ट के गेट से थोड़ी दूर रमना मैदान के पास में एक व्यक्ति को गोली मारी गई थी. घायल व्यक्ति का नाम गोपाल चौधरी है जो 2016 में एक हत्या के कांड के अभियुक्त थे और कोर्ट परिसर में अपनी जमानत नहीं टूटे उसको देखने के लिए आए थे. दो लड़के उनके पास भीड़ में आए और कान से सटा कर गोली मार दिए, लेकिन तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया और घायल व्यक्ति अभी खतरे से बाहर है और इलाजरत है.
आपसी रंजिश के मामले में हुई फायरिंग
परिजनों के मुताबिक गोपाल चौधरी के शरीर से गोली बाहर निकल गई है. दरअसल मामला हत्या से जुड़ा है और आपसी रंजिश का है. गांव के ही बूटन चौधरी और रंजीत चौधरी में तब विवाद हो गया जब 2016 में रंजीत चौधरी के भाई की हत्या कर दा गई. हत्या का आरोप बूटन चौधरी और उनके लोगों ने पर है. गोपाल चौधरी इस कांड में अभियुक्त है और बूटन चौधरी की तरफ से है, लगभग सत्यापित हो गया है. उनकी गिरफ्तारी के लिए टीम छापामारी कर रही है . फिलहाल घटना स्थल पर स्थित नियंत्रण में है और अभियुक्तों के लिए छापामारी चल रही है. अभियुक्तों की प्राथमिक स्तर पर पहचान कर ली गई है.
बीएमपी की सुरक्षा के बावजूद कोर्ट के गेट पर फायरिंग
बता दें कि आरा कोर्ट परिसर की सुरक्षा बीएमपी करती है. कोर्ट के जिस गेट के सामने वारदात को अंजाम दिया गया, वहां भी बीएमपी के जवान हथियार के साथ सुरक्षा में तैनात रहते हैं. दिनदहाड़े इस तरह कोर्ट के सामने हुई घटना के बाद हड़कंप मच गया है.