शुक्रवार को अहमदाबाद में जगन्नाथ रथ यात्रा Jagannath Rath Yatra के दौरान उस समय अफरातफरी मच गई जब जुलूस के साथ चल रहे हाथियों का एक समूह बेकाबू हो गया. इस घटना में कई लोगों के कुचल जाने की संभावना है.
हाथियों के बेकाबू होने से मची भगदड़
समाचार एजेंसी पीटीआई के जारी एक घटना के वीडियो में अहमदाबाद में रथ यात्रा के दौरान फैली अफरातफरी को साफ देखा जा सकता है. फुटेज में लोग घबराहट में तितर-बितर होते नज़र आ रहे हैं. जबकि महावत हाथियों पर नियंत्रण पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. क्लिप में, हाथियों में से एक को सीधे भीड़ की ओर बढ़ते हुए भी देखा जा सकता है, जिससे भक्त और आसपास खड़े लोग संकरी गलियों में भागने को मजबूर हो गए.
VIDEO | Gujarat: Chaos erupted during the Jagannath Rath Yatra in Ahmedabad as elephants went out of control and trampled people. Further details awaited.
(Source: Third Party)
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/sEIiYhXmt6
— Press Trust of India (@PTI_News) June 27, 2025
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना शुक्रवार को सुबह करीब 10:15 बजे हुई जब जगन्नाथ रथ यात्रा जुलूस अहमदाबाद के घनी आबादी वाले खाडिया इलाके से गुजर रहा था. इस घटना में कम से कम दो लोग घायल हो गए.
इंडियन एक्सप्रेस ने अधिकारियों के हवाला से लिखा है कि, एक सजाया हुआ हाथी अचानक समूह से अलग हो गया और विपरीत दिशा में भाग गया, जिससे पुराने शहर की संकरी गलियों में इकट्ठा हुए भक्तों में दहशत फैल गई. कथित तौर पर एक या दो अन्य हाथी भी निर्धारित मार्ग से भटक गए, जिससे अराजकता और बढ़ गई.
Jagannath Rath Yatra में शामिल होते है 18 हाथी
अहमदाबाद में होने वाले जुलूस में आमतौर पर 18 हाथी, लगभग 100 ट्रकों में भजन मंडलियों के रूप में जाने जाने वाले भक्ति संगीत समूहों और 30 अखाड़ों या स्थानीय व्यायामशालाओं की एक बड़ी कतार होती है. इस साल, जुलूस दिन भर में 16 किलोमीटर का रास्ता तय करेगा. कई ट्रकों को खूबसूरत झांकी के रूप में सजाया गया है, जो विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक रूपांकनों को प्रदर्शित करते हैं.
भगदड़ से बचने के लिए एआई-सिस्टम लागू
शुक्रवार को अहमदाबाद में वार्षिक जगन्नाथ रथ यात्रा के 16 किलोमीटर लंबे मार्ग पर लगभग 14 से 15 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है.
भीड़ की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, पूरे शहर में लगभग 23,800 सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है. एक आधिकारिक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, पहली बार भीड़ की आवाजाही पर नज़र रखने और भगदड़ जैसी संभावित स्थितियों को रोकने में मदद करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-आधारित निगरानी प्रणाली का इस्तेमाल किया गया है.
AI सिस्टम जुलूस मार्ग पर वास्तविक समय की निगरानी का देखभाल करेगा क्योंकि लाखों लोग भगवान जगन्नाथ और उनके भाई-बहनों की एक झलक पाने के लिए इकट्ठा होते हैं.