कोरबा
कोयला और इससे बनने वाले इंधन का इस्तेमाल पूरा देश करता है लेकिन जिन इलाकों में कोयला और अन्य खनिजों की माइनिंग होती है उन इलाके के लोगों की जिंदगी कितनी खतरनाक स्थितियों से गुजरती है इसका अंदाजा कम ही लोगों को होता है.आज छत्तीसगढ के कोरबा का एक वीडिये सोशल मीडिया पर वायरल है जिसमें देख सकते है कि किस तरह से ब्लास्ट करके कोयले को जमीन से निकाला जाता है .
छत्तीसगढ़: कोरबा में कोयला के खदान में भारी ब्लास्ट के जरिये जिस तरह से कोयला निकाला जा रहा है, उससे पूरा इलाका दहल गया है. ये वीडियो छत्तीसगढ़ के एसईसीएल ( SECL ) के कुसमुंडा खदान का बताया जा रहा है. pic.twitter.com/B7tTkexcF2
— THEBHARATNOW (@thebharatnow) November 18, 2022
छत्तीसगढ़ के कोरबा में कोयला खदान में भारी ब्लास्ट के जरिये जिस तरह से कोयला निकाला जा रहा है, उससे पूरा इलाका दहल गया है. ब्लास्ट होने के बाद भारी मात्रा में धूल उड़ रही है . ये वीडियो छत्तीसगढ़ के एसईसीएल ( SECL ) के कुसमुंडा खदान का बताया जा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि ब्लास्ट के कारण उनके घरों में दरारें पड़ गईं हैं. खदान के आसपास जो लोग रहते हैं उनके घरों तक में ब्लास्ट के कारण कोयले उड़ उड कर आ रहे हैं. वैसे बता दें कि ये पहला मौका नहीं है कि यहां इस तरह से कोयला निकाला जा रहा है. आमतौर पर कोयला ऐसे ही ब्लास्टिंग करके निकाला जाता है.हां ये बात जरुर है कि इस बार कैमरे की मदद से दुनिया ने देख लिया कि इस इलाके में कोयला कैसे निकाला जाता है. अभी ये साफ नहीं है कि वीडियो कब का है लेकिन स्थानीय लोगों से मिल रही जानकारी के मुताबिक लोग खदान में हो रही ब्लास्टिंग का विरोध कर रहे है. लोगों का कहना है कि उनके नुकसान की भरपाई की जाए फिर मुआवजा देकर स्थांतरित कर दिया जाये.लोकल लोग सरकार से यहां खनन पर रोक लगाने का मांग कर रहे हैं. हंगामा बढ़ता देख भूपेश बघेल सरकार ने स्थानीय प्रशासन के हवाले से कहा है कि ग्रामीणों को हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी. प्रशासन की तरफ से ब्लास्ट की तीव्रता को भी कम करने की बात कही गई है. ताकि आसपास के लोगों को कोई परेशानी न हो.
आपको बता दें कि देश भर में कोयला उत्पादन में छत्तीसगढ़ का तीसरा स्थान है. पहला स्थान झारखंड,और दूसरा उडीसा का है. छत्तीसगढ़ में देशभर के कोयले के कुल उत्पादन का 21.42 प्रतिशत कोयला उत्पादन होता है.उत्तीसगढ़ में राजस्व का मुख्य स्रोत कोयला है.छत्तीसगढ के राजस्व का 45.84% आय कोयला उत्पादन से आता है.पूरे छत्तीसगढ़ में कोयल का सबसे बड़ा भंडार रायपुर और कोरबा में है. कोरबा में लगभग 1,52,432.9 टन कोयले का भंडार मौजूद है. कोरबा में कोयले का भंडारण 626 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला है . कोरबा का कुस्मुंडा ,गेलरा, दीपका मानिकपुर और रामपुर बेसिन में कोयले के लिए माइनिंग होती है.