BIHAR : बिहार में सुरक्षा और स्वास्थ व्यवस्था की हालत किसी से छिपी नहीं है. आये दिन बिहार प्रशासन की लापरवाही की ख़बरें सामने आती रहती हैं. ताज़ा मामला रोहतास जिले के डेहरी नगर थाना इलाके से सामने आया. अदरी देवी मेमोरियल अस्पताल में मरीज की मौत से गुस्साए परिजनों ने जमकर हंगामा किया. घटना के बारे में इलाके के रहने वाले शख्स दिलीप गुप्ता ने बताया कि एक हफ्ते पहले डेहरी नगर थानाक्षेत्र के बाबूगंज की रहने वाली कंचन देवी का यूट्रेस का ऑपरेशन किया गया था. जिस में इलाज के दौरान बद्री देवी मेमोरियल अस्पताल के डॉक्टरों एवं कर्मियों के द्वारा गलत ब्लड मरीज को चढ़ा दिया गया था.
इसी लापरवाही के कारण महिला की तबीयत बिगड़ने लगी। हालत बिगड़ती देख अस्पताल के डॉक्टरों ने महिला को बेहतर ईलाज के लिए वाराणसी रेफर कर दिया. आनन-फानन में बीमार महिला को नारायण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में ईलाज के लिए भर्ती कराया गया. जहाँ डॉक्टरों ने कंचन देवी को गलत ब्लड ग्रुप का ब्लड चढ़ाने की बात का खुलासा किया.
महिला की स्थिति को बिगड़ते देख नारायण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के डॉक्टरों ने महिला को बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया. जिसके बाद महिला के परिजनों द्वारा वाराणसी ईलाज के लिए ले जाया गया. जहाँ ईलाज के क्रम में महिला की मौत हो गई.
जिसके बाद गुस्साए मृतक महिला कंचन देवी के परिजनों ने डेहरी के अदरी देवी मेमोरियल अस्पताल पहुंचकर अस्पताल परिसर में हंगामा किया गया एवं लापरवाह और दोषी डॉक्टरों सहित अस्पताल पर कार्रवाई करने की माँग करने लगे.
अस्पताल प्रबंधन द्वारा घटना की सूचना स्थानीय थाने को दी गई जिसके बाद डेहरी नगर थाने की पुलिस दलबल के साथ अस्पताल पहुंचकर हंगामा कर रहे मृतक के परिजनों को समझाने बुझाने का प्रयास किया . वहीं मृतक कंचन देवी के परिजन अस्पताल और डॉक्टरों पर कार्रवाई करने की मांग पर अड़े रहे. बताया जा रहा है कि कंचन देवी के तीन मासूम बच्चे हैं जिनका रो-रो कर बुरा हाल है. अब यहाँ मरीज की मौत का ज़िम्मेदार कौन है वो बीमारी या ऐसे लापरवाही स्वास्थ्य कर्मी जो ऐसी लापरवाही करने से पहले एक भी बार नहीं सोचते मरीज को इलाज के बदले दूसरे अस्पतालन में रेफेरिंग के नाम पर दर दर की ठोकरे खाने छोड़ देते हैं.