Monday, December 23, 2024

पर्यटन और व्यंजन का संगम है राजस्थान,दाल-बाटी-चूरमा,गट्टे की सब्जी और घेवर है पहचान

Rajasthan अपनी प्राचीन विरासत, किलों और संस्कृति के लिए जाना जाता है. यहां के लोकगीत और डांस को देखने के लिए देश के साथ-साथ विदेशों से भी हर साल लाखों पर्यटक राजस्थान पहुंचते हैं. इसके साथ ही यहां का लजीज और मसालेदार खाना भी पर्यटकों को उंगलियां चाटने पर मजबूर कर देता है. राजस्थान एक ऐसा राज्य है, जिसके बारे में सोचते ही आपके मन में बड़े-बड़े महल, किले, झीलें, शाही चीजें, अलग-अलग लिबास में लोग नजर आने लगते होंगे. राजस्थान की अपनी अनोखी परंपराएं, प्रथाएं, कुजीन, लोकगीत रहे हैं, जिसके दीवाने ना केवल हम भारतीय हैं बल्कि विदेशियों में भी इन्हें देखने की होड़ सी लगी रहती है.

Rajasthan के व्यंजन की बात ही कुछ और है

अगर बात करें राजस्थान के खाने की, राजपूतों की रजवाड़ी भूमि खाने के शौकीनों के लिए जन्नत है. राजस्थानी व्यंजन उन दुर्लभ व्यंजनों में से एक है जिसमें ढेर सारे व्यंजनों के साथ कभी न खत्म होने वाली थाली है. चटपटे पेय से लेकर मसालेदार शुरुआत, मुंह में पानी लाने वाली सब्ज़ी और कुरकुरे ब्रेड के साथ-साथ चटनी, आचार, पापड़ और छाछ के अतिरिक्त व्यंजन यहां मिलते हैं.

दाल-बाटी-चूरमा Rajasthan की शान

दाल-बाटी-चूरमा यह राजस्थानी व्यंजनों में से एक है जिसने दुनिया भर में लोकप्रियता कायम की है. इस स्वादिष्ट थाली में तीन अलग-अलग चीजों का मिश्रण होता है. एक मसालेदार दाल, एक तली हुई बाटी और एक मुंह में पानी लाने वाला और थोड़ा मीठा चूरमा जो अलग-अलग सामग्रियों के साथ विशिष्ट रूप से पकाया जाता है.

लाजवाब गट्टे की सब्जी

गट्टे की सब्जी शाही गट्टे, जिसे गोविंद गट्टे के नाम से भी जाना जाता है. बेसन के पकौड़े से बना एक मुख्य व्यंजन है जिसे पहले बड़ी मात्रा में नट्स से भरा जाता है और फिर डीप फ्राई किया जाता है. यह गाढ़ी ग्रेवी डिश रोटी और चावल के साथ भी सबसे अच्छी लगती है.

मिठाई को मात देती Rajasthan की मावा कचौड़ी

मावा कचौड़ी अगर आप मीठा खाने के शौकीन हैं तो राजस्थान की मीठी कचौड़ी आपको बेहद पसंद आएगी. यह कचौड़ी आपको राजस्थान में हर जगह मिल जाएगी. खाने के बाद मीठा अक्सर लोग पसंद करते हैं उन लोगों के लिए यह स्पेशल डिश बहुत अच्छी है.

केर सांगरी एक पारंपरिक सब्जी

केर सांगरी यह एक पारंपरिक राजस्थानी मसालेदार सूखी सब्जी है जिसे सूखे बीन्स और जामुन को मिलाकर बनाया जाता है. किशमिश का उपयोग केर सांगरी की समृद्धि को बढ़ाता है जो कढ़ी और उबले हुए चावल के साथ सबसे अच्छी तरह से परोसा जाता है.

सीजनल मिठाई है घेवर

घेवर यह घी, आटा, पनीर और चीनी से बनी मौसमी मिठाई है. डिस्क के आकार की यह मिठाई मलाई घेवर, मावा घेवर और सादा घेवर जैसी विभिन्न किस्मों में आती है. इस दावत के बिना आपका राजस्थान का शीतकालीन दौरा अधूरा है.

Html code here! Replace this with any non empty raw html code and that's it.

Latest news

Related news