किसी भी राज्य इलाके में शांति व्यवस्था, कानूनी व्यवस्था बनाये रखने की ज़िम्मेदारी इलाके के पुलिस अफसरों की होती है. इलाके की जनता इन्साफ और सुरक्षा के लिए आखें मूँद कर पुलिस कर्मियों पर भरोसा करती है. लेकिन आज जो घटना हम आपको बताने जा रहे हैं. उसे सुनने के बाद आपका विश्वास पुलिस महकमे पर से उठ जायेगा. जी हाँ जिन पुलिस कर्मियों का काम लूटेरों, अपराधियों को पकड़ना होना चाहिए. वही पुलिस खुद अपराधी लूटेरा बनकर जनता को लूटने का काम कर रही है. हम बात कर रहे हैं बिहार पुलिस के ऐसे नाकारा सिपाहियों की जो लूट के मामले में अपनी पुलिस साथियों के हाथों गिरफ्तार हो गए.
मामला बिहार के छपरा का है जहां बीते 5 सितंबर को यूपी के सुनार अभिलाष शर्मा से लूट के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है . जिसमें पटना से बिहार पुलिस की बीएसएपी विंग के दो जवानों को गिरफ्तार किया गया है. जिनका नाम शशि भूषण और पंकज परमार है. जिनके पास से लूट का सोना भी बरामद हुआ है. मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस जवानों ने ही वर्दी में कारोबारी से 60 लाख रुपये की कीमत के सोने के जेवरात और 5 लाख रुपये नकद लूटे थे. अन्य आरोपियों की तलाश जारी है.
दरअसल 5 सितंबर को छपरा के भगवान बाजार थाना इलाके में जेल गेट से महज 500 गज की दूरी पर यूपी के बरेली के रहने वाले स्वर्ण व्यवसायी से 60 लाख के जेवरात और पांच लाख नगद रुपये की लूट हुई थी. छपरा की स्पेशल पुलिस टीम ने शनिवार को पटना में दबिश दी. पटना पुलिस की मदद से रुपसपुर थाना इलाके के महुआबाग से बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस के जवान शशि भूषण सिंह को पकड़ा गया. फिर उसकी गवाही पर एक और सिपाही पंकज को भी गिरफ्तार किया गया.
सूत्रों की मानें तो इस सिलसिले में आरा में भी छापेमारी की गई है. पुलिस को काफी मात्रा में सोना भी मिला है. सादे लिबास में आई छपरा पुलिस की टीम ने जब सिपाही शशिभूषण को उठाया. तो उसके अपहरण की अफवाह उड़ गई. सिपाही की पत्नी अपहरण का केस दर्ज करवाने रुपसपुर थाने तक पहुंच गई. लेकिन देर रात मामला कुछ और ही निकला.
इस मामले में पुलिस बड़े गैंग का खुलासा कर सकती है, जिसे सिपाही ही ऑपरेट कर रहे थे. पंकज के कनेक्शन दूसरे राज्यों में सक्रिय लुटेरों से भी है. इस मामले में सारण पुलिस ने दोनों सिपाहियों के अलावा कुछ और संदिग्धों को भी आरा जिले से उठाया है.
इस कार्रवाई से कही न कही बिहार की जनता में खौफ व्याप्त हो चूका है, कि जिस पुलिस पर अभी तक वो अपनी सुरक्षा के लिहाज़ से बेफिक्र होकर विश्वास करती आई है. वही पुलिस अब उनकी दुश्मन बन रही है. ना जाने ये गैंग कितना बड़ा है. कहाँ कहाँ तक इनके तार फैले हैं. ये भी जांच का विषय है.