वैशाली: बिहार के भागलपुर में रेत की तरह पुल ढहने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ है कि वैशाली से भी इसी तरह की खबर सामने आई है. राघोपुर को मुख्य मार्ग से जोड़ने वाली अस्थायी पीपा पुल Peepa Pul का एक हिस्सा तेज आंधी की वजह से बह गया है. यह Peepa Pul का वही हिस्सा है जो घाट के नजदीक का था, जिसके सहारे लोग पीपा पुल Peepa Pul पर चढ़ा करते थे.
Peepa Pul गंगा में बह गया
इस Peepa Pu पुल को निर्धारित समय से दो महीने बाद खोला गया था लेकिन अक्सर इसपर सुचारू रूप से आना जाना नहीं हो पा रहा था. अब पुल के बह जाने से राघोपुर प्रखंड के लोगों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है.इस पीपा पुल को खोलने के लिए 20 जून तक का समय सीमा तय किया गया था लेकिन अभी तक पुल को खोला नहीं गया था. मिली जानकारी के अनुसार, पीपा पुल तेज रफ्तार से चल रही आंधी तूफ़ान में तकरीबन 35 फिट बह गया है. वहीं इस संबंध में पुल निर्माण निगम के कनीय अभियंता इरफान अली ने बताया कि तेज हवा के कारण पीपा पुल किनारे से खुलकर बीच में आ गया है.
लोगों को हो रही है परेशानी
पीपा पुल बह जाने से एक बार फिर से राघोपुर के लोगों को लगभग 6 महीने के लिए नाव के सहारे यात्रा करनी होगी. इसके साथ ही नाविकों ने अब अपना भाड़ा भी बढ़ा दिया है. इतना ही नहीं यातायात का एकमात्र साधन नाव होने के कारण इस पर ओवरलोडिंग भी शुरू हो जाएगी. जिससे नाव डूबने की आशंका फिर बढ़ गई है. इससे पहले बिहार के भागलपुर में भी पुल रेत की तरह गंगा में बह चुका है. 2014 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पुल का शिलान्यास किया था लेकिन 9 साल में यह पुल बनकर तैयार तो नहीं हुआ उल्टे भरभराकर गिर गया. इससे पहले पिछले साल 30 अप्रैल को इस निर्माणाधीन पुल का हिस्सा गिर चुका था. खुद सीएम ने इसके निर्माण कार्य को लेकर सवाल खड़े किए थे.