Thursday, March 13, 2025

Pashupati Kumar Paras: लौट के बुद्धू घर को आए, कहा-बिहार में एनडीए को जिताएंगे 40 सीटें

पटना, (अभिषेक झा- ब्यूरो चीफ): दर-दर की ठोकर खाने के बाद लोक जन शक्ति पार्टी प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस Pashupati Kumar Paras ने एनडीए में वापसी कर ली. पारस की पार्टी को बिहार में एनडीए सीट शेयरिंग में एक भी सीट नहीं मिली थी. इससे नाराज़ पारस ने न सिर्फ केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था बल्कि एलान भी किया था कि उनके साथ धोखा हुआ है और वो खामोश नहीं बैठेंगे लेकिन अब पशुपति कुमार पारस ने सरेंडर कर दिया है .पशुपति कुमार पारस अब बीजेपी के हाथ मजबूत करने बिहार में एनडीए को 40 सीट दिलाने की बात कर रहे है. पारस अपने भतीजे चिराग पासवान के समर्थन के लिए भी तैयार है जिन्हें एनडीए ने 5 सीटें देकर खुश कर दिया है.

हमारी पार्टी रालोजपा, एनडीए का अभिन्न अंग है !-Pashupati Kumar Paras

पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर फिर से एनडीए में लौटने का एलान किया है. पारस ने लिखा है, “हमारी पार्टी रालोजपा, एनडीए का अभिन्न अंग है! माननीय प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी हमारे भी नेता है और उनका निर्णय हमारे लिए सर्वोपरि है एवं उनके नेतृत्व में एनडीए पूरे देश में 400+ सीट जीतकर तीसरी बार रिकॉर्ड तोड़ बहुमत से #NDA की सरकार बनेगी.” इस पोस्ट में उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह को टैग किया है. साथ ही एक और पोस्ट डाल बिहार की 40 सीट एनडीए को जिताने की बात कही है. उन्होंने लिखा, “साथ ही बिहार की 40 लोकसभा सीटों पर विजय प्राप्त करने में हमारी पार्टी का पूर्ण समर्थन है और रहेगा.”

चिराग का प्रचार करेंगे पारस !

वैसे तो पारस ने साफ नहीं किया कि वो भतीजे चिराग का साथ देंगे या नहीं लेकिन उनके पोस्ट कि “साथ ही बिहार की 40 लोकसभा सीटों पर विजय प्राप्त करने में हमारी पार्टी का पूर्ण समर्थन है और रहेगा. पशुपति पारस के इस बयान का ये मतलब निकाला जा रहा है कि चाचा भतीजे का भी समर्थन करेंगे. हलांकि ये साफ नहीं है कि जिस हाजीपुर सीट पर वो आखिरी दम तक चुनाव लड़ने का दावा कर रहे थे , वहां वो प्रचार करेंगे की नहीं ?

कांग्रेस और आरजेडी ने नहीं दिया भाव

आखिर चाचा सुबह के भूले शाम को घर लौटे वाली कहावत को चरितार्थ करते एनडीए में लौटे कैसे इस सवाल के जबाव में जानकारों का कहना है कि चाचा ने कांग्रेस और आरजेडी दोनों के दरवाज़े खटखटाए. वह हाजीपुर से टिकट चाहते थे, खासकर आरजेडी से वह इस टिकट की चाह रखते थे. लेकिन न आरजेडी ने न ही कांग्रेस ने चाचा को भाव दिया. नतीजा ये हुआ की चाचा न घर के रहे न घाट के, इसलिए घर वापसी करनी पड़ी.

बीजेपी ने दिया विधानसभा में एडजस्ट करने का भरोसा-सूत्र

वैसे चाचा के एनडीए में लौटने के पीछे उनके दूसरे भतीजे प्रिंस राज का हाथ बताया जा रहा है. कहा जा रहा है कि प्रिंस राज ने बिहार बीजेपी के प्रभारी विनोद तावड़े से मुलाकात कर ये रास्ता निकाला है. .सूत्रों का कहना है कि तावड़े ने प्रिंस राज फिलहाल खामोश रहने के बदले विधानसभा चुनाव के समय एडजस्ट करने का वादा किया है. यही डील प्रिंस ने चाचा पारस को समझायी जो उन्हें समझ आ गई और वो एनडीए में लौट आए.

ये भी पढ़ें-Kalpana Soren meets Sunita Kejriwal: मुलाकात के बाद बोली कल्पना सोरेन- इस लड़ाई को हमें बहुत दूर तक लेकर जाना है

Html code here! Replace this with any non empty raw html code and that's it.

Latest news

Related news