पाकिस्तान ने भारत के कई इलाकों में ड्रोन से हमले किए, जिसको हवा में ही इंडियन एयर डिफेंस सिस्टम S-400 ने मार गिराया. वहीं, राजस्थान के जैसलमेर में 2 जिंदा बम और पंजाब के होशियारपुर में मिसाइल मिली है. जिस मिसाइल को ग्रामीणों ने देखा है वो नष्ट की गई मिसाइल है. दरअसल, पाकिस्तान के हमले के बाद भारत ने भी करारा जवाब दिया और उसके कई शहरों में तबाही मचाई है.
जैसलमेर के किशनघाट इलाके में पहला जिंदा बम मिला है. बम नर्सरी के सामने जोगियों की बस्ती में पड़ा हुआ था. इसकी सूचना प्रत्यक्षदर्शी अर्जुन नाथ ने किशनघाट सरपंच प्रतिनिधि कल्याणराम को दी. कल्याण राम ने कंट्रोल रूम के माध्यम से पुलिस को जानकारी मुहैया करवाई. इसके बाद शुक्रवार सुबह मौके पर पुलिस व एयरफोर्स की टीम पहुंची. दोनों टीमों ने बम मिले स्थान को सीज कर दिया है.
जिले में दूसरा बम गजरूप सागर क्षेत्र में मिला. सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस और सेना की टीम पहुंची. बम को डिफ्यूज करने प्रयास किया गया है. ये बम शहरी क्षेत्र से करीब 3 किलोमीटर दूर अर्जुननाथ के घर के पास गिरा. उन्होंने बताया कि बम गिरने पर रेत का गुबार उठा तो सभी डर के मारे भाग गए थे.
होशियारपुर में मिसाइल मिलने से दहशत
इधर, होशियारपुर के पहाड़ी क्षेत्र कमाही देवी में मिसाइल मिलने से दहशत फैल गई. मौके पर स्थानीय पुलिस पहुंची और ऑफिशियल तौर पर अभी किसी ने भी जानकारी नहीं दी गई है. मिली जानकारी के मुताबिक, यह मिसाइल कमाही देवी रामपुर गांव में गिरी है, इस मिसाइल के गिरने से किसी तरह का भी कोई जान माल का नुकसान नहीं हुआ है. आशंका जताई जा रही है कि होशियारपुर के ऊंची वासी आर्मी कैंप ने अपने रडार से पाकिस्तानी हमले को नाकाम किया है, जिसके नतीजे यह मिसाइल नष्ट होकर पहाड़ी क्षेत्र के खेतों में गिर गई.
पंजाब के मंत्री सीमावर्ती जिलों का करेंगे दौरा
वहीं, पाकिस्तान के हमले के बाद पंजाब सरकार हालात से निपटने की तैयारी कर रही है. आज मंत्री सीमावर्ती जिलों में आपातकालीन सेवाओं की समीक्षा करेंगे. वे अस्पतालों, दमकल केंद्रों, राशन और आपातकालीन सेवाओं की उपलब्धता का निरीक्षण करेंगे. कैबिनेट मंत्री सीमावर्ती जिलों में पहुंचेंगे. मंत्री लाल चंद कटारूचक्क और डॉ. रवजोत सिंह गुरदासपुर जाएंगे. मंत्री कुलदीप धालीवाल और मोहिंदर भगत अमृतसर का प्रभार संभालेंगे.
उत्तराखंड के अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश
इसके अलावा उत्तराखंड सरकार ने राज्य के सभी अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है. अस्पतालों में डॉक्टरों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशों के बाद उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर राज्य को सभी अस्पतालों में 12000 बेड चिह्नित करने और सभी आईसीयू व वेंटिलेटर तैयार रखने के निर्देश दिए हैं.