जन सुराज पदयात्रा के 72वें दिन प्रशांत किशोर ने पूर्वी चंपारण के ढाका प्रखंड में समाज के विभिन्न वर्गों के साथ मुलाकात की. इसी क्रम में उन्होंने मंगलवार को सुबह मीडिया के साथ प्रेसवार्ता से की. इसके बाद शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों, जन सुराज अभियान ढाका प्रखंड समिति के सदस्यों, युवाओं व शिवहर जिले के प्रबुद्ध लोगों के साथ जन सुराज पर चर्चा की.
मीडिया को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि जो लोग यह कह रहे हैं कि हमें समर्थन नहीं मिल रहा है, उन्हें बता दें कि हमारी हैसियत कुछ न होने के बावजूद लोग हमसे मदद की गुहार लगाते हैं. पदयात्रा के दौरान जिन गांव से हम गुज़र रहें हैं, वहां स्थानीय लोग हमें अपना हाथ पकड़वाकर अपने घर ले जाना चाहते हैं, ताकि उनकी स्थिति को देखकर बेहतरी के लिए कुछ कर सकें. आगे प्रशांत ने कहा शीशे पर धूल जम जाए तो चेहरा नहीं दिखेगा, लेकिन आप धूल को को साफ कर देंगे तो चेहरा फिर से दिखने लगेगा. यहां के नेताओं ने बिहार की व्यवस्था पर ऐसी ही धूल जमा दी है. एक बार ये धूल फिर से हट जाये तो विकसित बिहार का चेहरा दिखने लगेगा.