प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में बजट पेश होने के बाद प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि “अमृत काल का पहला बजट विकसित भारत के विराट संकल्प को पूरा करने के लिए एक मजबूत नींव का निर्माण करेगा. ये बजट वंचितों को वरीयता देता है. ये बजट आज की आकांक्षी समाज, गांव, गरीब, किसान, मध्यम वर्ग सभी के सपनों को पूरा करेगा”
प्रधान मंत्री ने कहा कि केंद्रीय बजट को सभी वर्गों और लोगों ने सराहा है, उन्होंने कहा कि ये बजट उनकी सरकार की पिछले 7 साल की नीतियों के उद्देश्य और दृष्टिकोण का विस्तार करने वाला है.
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कोविड के बाद बदल रही है दुनिया-पीएम मोदी
अपने टेलीविज़न संबोधन की शुरुआत करते हुए, प्रधान मंत्री मोदी ने “अभूतपूर्व महामारी” शब्द का प्रयोग किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि अब एक नई विश्व व्यवस्था बन रही है, जहां पूर्व-कोविड समाज कि कई चीजें बदलने जा रही हैं.
“महामारी के बाद, चीजें का बदलना तय होती हैं,” प्रधानमंत्री ने कहा “भारत भी खुद को एक नई रोशनी में देख रहा है. भारत को देखने का दुनिया का नजरिया भी इन दिनों काफी बदल गया है. आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लक्ष्य के साथ हमें अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करके देश को तीव्र गति से साथ आगे ले जाना अनिवार्य है.”
भारत के लिए आत्मनिर्भर होना बेहद जरूरी-पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक आधुनिक राष्ट्र के तौर पर भारत के लिए आत्मनिर्भर होना बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था आधुनिकता की दिशा में “लगातार विस्तार” कर रही है.
केंद्रीय बजट पर बोलते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पहले ही नीतियों को व्यापक तरीके से समझाया है. इसमें (केंद्रीय बजट) कई महत्वपूर्ण प्रावधान हैं जो भारत को आधुनिकता की दिशा में आगे ले जाएंगे.
पीएम ने अपनी सरकार की नीतियों की तारीफ की
प्रधान मंत्री ने कहा, “इन सात साल की अवधि से पहले, भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 1,10,000 करोड़ रुपये था.” “लेकिन आज, यह लगभग, 2,30,000 करोड़ है. यहां तक कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार भी 200 अरब डॉलर से बढ़कर 630 अरब डॉलर हो गया है.
मोदी ने देश भर में अपने साथी बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, “यह सब हमारी सरकार की प्रभावी नीतियों के कारण हुआ है.”
भारतीय कृषि को आधुनिक बनाने पर ध्यान-पीएम मोदी
बजट के कुछ उल्लेखनीय बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए, प्रधान मंत्री ने कहा कि इस वर्ष की नीतियां जैविक खेती पर ध्यान देने के साथ-साथ भारतीय कृषि को आधुनिक बनाने पर भी केंद्रित हैं.
“यह खेती को और अधिक आकर्षक बना देगा, किसान को ड्रोन, सोलर पंप और अन्य मशीनरी जैसी चीजें उचित मूल्य पर उपलब्ध कराई जाएंगी.”
5जी, सीमा पर बसे गांव, क्रिप्टोकरेंसी और डिजिटल पेमेंट पर भी बोले पीएम
पीएम ने कहा, केंद्रीय बजट की एक और उल्लेखनीय विशेषता यह है कि यह सीमा पर बसे गांवों के विकास पर केंद्रित है. पीएम ने कहा, “सीमा पर स्थित स्कूलों में राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) केंद्र बनाए जाएंगे.”
प्रधान मंत्री ने कहा कि 5जी सेवाओं की शुरुआत से लेकर एक विस्तृत ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क तक हर गांव में अपना रास्ता बना रहा है, भारत एक अविश्वसनीय गति से आधुनिकीकरण के साथ भविष्य की ओर बढ़ रहा है.
पीएम ने अपने भाषण में बजट की एक और प्रमुख हाइलाइट की भी चर्चा की – उन्होंने कहा कि उसकी सरकार बहुत जल्द एक ब्लॉकचेन-आधारित डिजिटल रुपया लाने जा रही है जो तेजी से बदलते वित्तीय परिदृश्य के साथ क्रिप्टोकरेंसी, अपूरणीय टोकन (एनएफटी), और अन्य डिजिटल संपत्ति के रूपों से निपटने में मदद करेगा.
प्रधान मंत्री ने कहा, “डिजिटल भुगतान को विनियमित किया जाएगा, जैसे भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) मानक मुद्रा को विनियमित करता है.” प्रधानमंत्री ने कहा कि “इस तरह के भुगतान अधिक सुरक्षित, कुशल और सुरक्षित हैं, और ये वैश्विक डिजिटल भुगतान के बुनियादी ढांचे के लिए मार्ग प्रशस्त करने की दिशा में काफी मददगार भी होते है.”
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में मध्यम वर्ग को देश की ताकत बताया और कहा कि उनकी सरकार हमेशा मध्यम वर्ग के साथ खड़ी रही है.