Pilibhit Encounter : उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में सोमवार सुबह हुए एनकाउंटर में तीन खालिस्तानियों के ढेर किये जाने को लेकर विधानसभा में नेता विपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने सवाल उठाया है. माता प्रसाद पांडेय ने एक पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि उत्तर प्रदेश में एनकाउंटर सामान्य सी बात है. एनकाउंटर दो तरह के होते हैं, एक में आमने-सामने से एनकाउंटर होता है, जिसमें बदमाश और पुलिस दोनो फायरिंग करते हैं, ओर दोनोे और से लोग घायल होते हैं लेकिन अब उत्तर प्रदेश में पुलिस दूसरे तरह से एनकाउंटर करती है. इस सरकार में आरोपी का पैर गोली मारकर तोड़ दिया जाता है. नेता विपक्ष ने कहा कि सजा देने का काम न्यायालय का है. वो चाहे फांसी दे या उम्रकैद दे दे.
Pilibhit Encounter पर बोले माता प्रसाद-यूपी में होते हैं फेक एनकाउंटर
माता प्रसाद ने कहा कि उत्तर प्रदेश में फेक एनकाउंटर बहुत होते हैं. हम इसकी वास्तविकता जानने की कोशिश करेंगे.इतना जरुर कहैंगे कि एनकाउंटर दवा नहीं है. जीना हमरा मौलिक अधिकार है. अगर कोई अपराधी है तो उसे पकड़कर कोर्ट के हवाले किया जाए.फिर कोर्ट चाहे तो फांसी की सजा दे या आजीवन कारावास सुनाये.ये सरकार का हक नहीं है.
पीलीभीत में तीन संदिग्ध खालिस्तानियों का एनकाउंटर
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में सोमवार तड़के उत्तर प्रदेश और पंजाब पुलिस की संयुक्त टीम ने एक मुठभेड़ में तीन संदिग्ध आतंकवादियों को मार गिराया. अधिकारियों ने बताया कि ये संदिग्ध गुरदासपुर में ग्रेनेड हमले में कथित रूप से शामिल खालिस्तानी आतंकवादी थे.पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान गुरविंदर सिंह (25), वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि (23) और जसप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह (18) के रूप में हुई है, जो सभी गुरदासपुर निवासी हैं. पुलिस के मुताबिक उनके पास से दो एके-47 राइफलें, दो ग्लॉक पिस्तौलें और भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया गया है.
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