Jharkhand exit polls: बुधवार को झारखंड में तीसरे और अंतिम चरण का मतदान हुआ. जिसके बाद शाम को आए एग्जिट पोल के नतीजों में बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को 2024 के झारखंड विधानसभा चुनाव जीतने का अनुमान लगाया गया है. जिसमें एग्जिट पोल में भगवा पार्टी की झोली में 42-53 सीटें आने की भविष्यवाणी की गई है.
मैट्रिज ने एनडीए को दी 42-47 सीटें
बात मैट्रिज की करें तो इसमें एनडीए को 42-47 सीटें, इंडिया ब्लॉक को 25-30 सीटें और अन्य को 1-4 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है.
पीपल्स पल्स ने एनडीए को 44-53 सीटें दी
वहीं, पीपल्स पल्स ने एनडीए को 44-53 सीटें, इंडिया ब्लॉक को 25-37 सीटें और अन्य को 5-9 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है.
टाइम्स नाउ-जेवीसी पोलस्टर ने एनडीए के लिए 40-44 सीटें
टाइम्स नाउ-जेवीसी पोलस्टर ने एनडीए के लिए 40-44 सीटों की जीत की भविष्यवाणी की है, जबकि इंडिया ब्लॉक को 30-40 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रहने का अनुमान लगाया गया है, जबकि अन्य को एक सीट मिलेगी.
एक्सिस माई इंडिया ने इंडिया गठबंधन को 53 सीटें दी
ज्यादातर पोलस्टरों के विपरीत, एक्सिस माई इंडिया ने झारखंड मुक्ति मोर्चा-कांग्रेस गठबंधन के लिए भारी जीत का अनुमान लगाया है, जिसमें इंडिया ब्लॉक को 53 सीटें, एनडीए को 25 और अन्य को तीन सीटें दी गई हैं.
Jharkhand exit polls: पी-मार्क ने भी इंडिया को 37-47 सीटें दी
इसी तरह पी-मार्क के अनुमानों ने भी इंडिया ब्लॉक को 37-47 सीटों के साथ बढ़त दी है, जबकि एनडीए को 31-40 सीटें मिलेंगी.
झारखंड विधानसभा चुनाव 2024-कैसा रहा प्रचार
81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा के लिए दो चरणों में 13 नवंबर और 20 नवंबर को मतदान हुआ. राज्य के लिए मतों की गिनती महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के साथ ही शनिवार, 23 नवंबर को होगी. पहले चरण में 43 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हुआ, जबकि शेष 38 सीटों पर दूसरे चरण में मतदान हुआ.
झारखंड में कुल 2.6 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 1.31 करोड़ पुरुष मतदाता और 1.29 करोड़ महिला मतदाता हैं। 66.84 लाख युवा मतदाता (आयु 20-29 वर्ष) हैं, जबकि 11.84 लाख पहली बार मतदाता (आयु 18-19 वर्ष) हैं.
राज्य चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और हेमंत सोरेन की झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के बीच तब से ही टकराव चल रहा है. चुनाव प्रचार अभियान में जहां बीजेपी ने बांग्लादेश घुसपैठ का मुद्दा प्रमुखता से उठाया तो वहीं इंडिया ब्लॉक आदिवासी अधिकारों और विकास के नाम पर वोट मांग रहा था.