प्रयागराज: विश्व हिंदू परिषद माघ मेला शिविर मैं आज मार्गदर्शक मंडल की बैठक होगी जिसमें आज नेताओं द्वारा रामचरितमानस की लगातार निंदा किए जाने का मुद्दा विश्व हिंदू परिषद के मार्गदर्शक मंडल में उठाया गया. जिस तरह नेताओं ने इस पर हमला किया है उससे मार्गदर्शक मंडल के संत आहत दिखे. इस पर विस्तृत चर्चा कर प्रस्ताव पास होने की उम्मीद है.
धर्मांतरण लव जिहाद जैसे मुद्दों पर होगी चर्चा
हिंदू धर्म एवं संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन से संबंधित अनेक संतों ने वैदिक सनातन मूल्य ग्रामीण वनवासी क्षेत्रों में प्रवास, घर वापसी, राष्ट्रीय जनसंख्या नीति, समान नागरिक संहिता, धर्मांतरण लव जिहाद जैसी हिंदू समाज के समक्ष खड़ी चुनौतियां के विषय में अपने विचार रखें.
माघ मेला क्षेत्र में अपना अपना शिविर लगाकर रह रहे संत आज विश्व हिंदू परिषद माघ मेला शिविर परेड में हिंदू समाज के रीति रिवाज, परंपराओं, मान्यताओं, देवी-देवताओं आस्था से जुड़े विषयों पर मार्गदर्शक मंडल की बैठक में अनेक विचार रखे.
मार्गदर्शक मंडल की अध्यक्षता कर रहे जगतगुरु रामानुजाचार्य वासुदेवाचार्य जी ने कहा कि हिंदू समाज के लिए वैश्विक स्तर पर एक समग्र नीति बननी चाहिए. जिसका मार्गदर्शन सामाजिक राजनीतिक धार्मिक स्तर पर हिंदू समाज मजबूत हो. सभी जाति मठ, पंथ, संप्रदाय की एकता ही हिंदू समाज की एकता है. हिंदू समाज स्वयं आगे आकर धर्मांतरण का विरोध करें. गौ हत्या बंद हो इसके लिए पूज्य संतों को आगे आना चाहिए पूरी दुनिया में शांति के लिए इस राष्ट्र की पहचान है. जो हिंदू धर्म के कारण है. हमारा धर्म और संस्कृति संरक्षित और संवर्धित हो हमें इसके लिए प्रयास करना चाहिए .
समान नागरिक आचार संहिता ही आखरी रास्ता – संत समाज
संतों ने कहा समान नागरिक आचार संहिता ही हिंदू समाज के ऊपर हो रहे हमले को रोकने में एक मजबूत कदम होगा. हमारी सरकारों को चाहिए कि देश में एक निशान एक विधान होना चाहिए जिससे समाज में संतुलन बना रहेगा. ऐसा प्रयास हम सबको करना चाहिए, मार्गदर्शक मंडल में बोलते हुए वैदेही वल्लभा देवाचार्य जी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आदिवासी वनवासी क्षेत्रों में हम संतो को निकलकर प्रवास करना चाहिए. जो हिंदू संस्कृति और धर्म की मुख्यधारा से हटे हैं. जो समाज से हटा है उसे मुख्यधारा में लाने का कार्य हम संतो को करना है. जब जब हिंदू धर्म और इस राष्ट्र पर किसी प्रकार का आक्रमण हुआ है. तो संत ही आगे आए हैं हिंदू समाज हमको श्रद्धा और आस्था के भाव से देखता है हम को आगे आना चाहिए.