अभी लखीमपुर खीरी के निघासन में दो बहनों के साथ हैवानियत की घटना से लोग उबर भी नहीं पाए थे कि लखीमपुर खीरी में एक और बेटी की जान चली गई. भीरा थाना इलाके में समुदाय विशेष के दो लड़कों ने घर में घुसकर एक लड़की के साथ बलात्कार करने की कोशिश की. जब रेप करने में सफल नहीं हो पाए तो सलीमुद्दीन और आसिफ ने लड़की की बेरहमी से पिटाई कर दी और भाग गए.लड़की को बिजुआ पीएचसी में भर्ती करा दिया गया था लेकिन घटना के चार दिन बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
क्या है पूरा मामला
12 सितंबर की ये घटना है जब लड़की को घर में अकेला पा कर दो सलीमुद्दीन और आसिफ घर में घुस गए और रेप की कोशिश की. लेकिन लड़की दोनों लड़कों से भिड़ गई और हाथापाई करने लगी. रेप नहीं कर पाने की हालत में दोनों ने लड़की की पिटाई शुरू कर दी और इतना मारा की लड़की अधमरी हो गई.इसके बाद दोनों हैवान लड़के भाग गए.जब परिजन आए तो लड़की ने पूरी बात बताई.लड़की के परिवार वाले भीरा थाने पहुंचे और लड़की के बयान के आधार पर सलीमुद्दीन और आसिफ के खिलाफ एफआईआऱ दर्ज कराई. लड़की के भाई का आरोप है कि पुलिस ने एफआईआऱ से बलात्कार की कोशिश की बात ही गायब कर दी है.
लड़की का इलाज बिजुआ पीएचसी में चल रहा था .इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई.इसके बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया और शव लेकर गांव चले आए. इसके बाद पुलिस के आला अधिकारियों ने गांव पहुंचकर परिजनों को समझाने का प्रयास किया लेकिन उन लोगों ने शव देने से इनकार कर दिया. उनका आरोप था कि आरोपियों के बचाने के लिए पुलिस ने एफआईआऱ से रेप की प्रयास की बात हटा दी है और केवल मारपीट का मामला दर्ज किया है. पुलिस ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है.
पुलिस का कहना है कि पीड़ित पक्ष की ओर से केवल मार पीट का मामला दर्ज कराया गया था.यहां तक कि पीड़ित लड़की का वीडियो बयान पुलिस के पास है जिसमें पूछताछ के दौरान वो बता रही है कि उसके साथ मार पीट की गई.बलात्कार के प्रयास की बात उसने नहीं की थी.पुलिस ने एक प्रेस नोट और पीड़ित लड़की का वीडियो बयान जारी कर दिया है और साफ किया है कि किसी भी तरीके से मामले को दबाने की कोशिश नहीं की गई है.