पटना : इंडिया I.N.D.I.A. गठबंधन के बीच हलांकि एकता दिखाने की पूरी कोशिश जारी है लेकिन जमीनी स्तर पर इस गठबंधन के सदस्य एक दूसरे की जमीन खोदने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं. ताजा मामला जेडीयू का है. जेडीयू ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर दिया है. यहां गौर करने वाली बात ये है कि मध्यप्रदेश में अब तक जेडीयू की किसी भी स्तर पर कोई मौजूदगी नहीं है.इसके बावजूद जेडीयू ने इंडिया एलांयस I.N.D.I.A. के अपने सबसे बड़े सहयोगी कांग्रेस के खिलाफ झंडा उठा लिया है.
I.N.D.I.A. के JDU ने MP में कांग्रेस से मांगी थी 5 सीट
I.N.D.I.A. में शामिल बिहार सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू का मध्यप्रदेश में विधायक तो छोड़िये ,कोई वार्ड काउंसलर तक नहीं है. इसके बावजूद जेडीयू ने अपनी दावेदारी ठोंक दी है. JDU ने एमपी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से पांच सीट देने की मांग की थी. कांग्रेस ने जब जेडीयू की मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया तो जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने अपने दम पर ही मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है.
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी गई है।
टिकट मिलने वाले सभी उम्मीदवारों को बहुत- बहुत बधाई और भविष्य के लिए शुभकामनाएं। pic.twitter.com/dL18COlbJd— Janata Dal (United) (@Jduonline) October 24, 2023
JDU ने 5 सीटों केलिए जारी किये नाम
जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने मध्यप्रदेश में पांच उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. पार्टी का कहना है कि अभी अन्य सीटों पर भी उम्मीदवार के नाम का ऐलान होना बाकी है . जानकारी के मुताबिक जेडीयू कम से कम 15 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. जेडीयू महासचिव अफाक अहमद खान ने फिलहाल जो उम्मीदवार उतारे हैं , उनमें पिछौर से चंद्रपाल यादव, विजय राघवगढ़ से शिवनारायण सोनी, राजनगर से रामकुंवर रेकवार, पेटलावद से रामेश्वर सिंहवार और थांदला से टोल सिंह भूरिया का नाम शामिल है.
मध्यप्रदेश में जेडीयू का क्या आधार है – कांग्रेस
मध्य प्रदेश में जेडीयू की दावेदारी अजीबोगरीब थी. कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि मध्यप्रदेश में जेडीयू का क्या आधार है, जो उसके लिए सीट छोड़ी जाती. जेडीयू ने कांग्रेस तक संदेशा पहुंचाया था कि उसे कम से कम दो सीट भी दिया जाय लेकिन कांग्रेस नेतृत्व ने नीतीश कुमार की पार्टी का नोटिस लेने तक से इंकार कर दिया था.
कांग्रेस सपा से वादा कर मुकरी !
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश चुनाव के लिए कांग्रेस औऱ समाजवादी पार्टी में तालमेल की खबर थी लेकिन बाद में तालमेल नहीं हो पाया. मध्यप्रदेश में एक विधायक के रुप में सपा की मौजूदगी है. इसके बावजूद कांग्रेस के साथ सीटों को लेकर तालमेल नहीं हुआ. सपा ने कांग्रेस से 6 सीटें मांगी थी. कांग्रेस के साथ तालमेल ना होने पर सपा ने अपने उम्मीदवार मैदान में उतारने का ऐलान कर दिया. बात इतनी बढ़ी की सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव मे प्रदेश में कांग्रेस को सबक सिखा देने की बात तक कह दी. हालांकि बाद में इंडिया गठबंधन का सवाल आने पर कांग्रेस की तरफ से ये सफाई दी गई कि ये गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए हैं, विधानसभा चुनाव के लिए नहीं, इसलिए राज्यों में सीटों के बंटवारे का प्रश्न नहीं है.
राजनीतिक बयानबाजी शुरु
इंडिया गठबंधन के भीतर सीटों को लेकर उठ रहे विवाद से बीजेपी को बोलने का मौका मिल गया है. बीजेपी ने जेडीयू पर तंज कसते हुए कहा कि नीतीश कुमार को देश के किसी गठबंधन में जगह नहीं मिलेगी. INDIA गठबंधन से नीतीश कुमार की पार्टी को बाहर निकाल दिया गया तो मध्य प्रदेश में उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर रहे हैं.
ये मेढ़क हैं, केवल टर्र टर्र कर सकते हैं- जीतन राम मांझी
जैसे ही जेडीयू ने मध्यप्रदेश में अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है विरोधी दलों की बाछें खिल गई है. बीजेपी के बाद अब बिहार में हिंदुस्तानी आवामी लीग (HAM) के नेता जीतन राम मांझी ने ट्वीट किया है जिसमें इंडिया गठबंधन के सदस्यों को मौसमी मेठक तक कह दिया है.
JDU ने रखा अपना पक्ष
बीजेपी की बयानबाजी के बीच जेडीयू ने भी मध्यप्रदेश में अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करने को लेकर सफाई दी है.जेडीयू की तरफ से कहा गया कि संगठन और पार्टी विस्तार के लिए पार्टी ने मध्यप्रदेश चुनाव में उम्मीदवार उतारने का फैसला किया.हमारा फैसला पूरी तरह राजनीतिक है. इसलिए इस पर सवाल नहीं उठाने चाहिए.
JDU के उम्मीदवार उतारने पर RJD की सफाई
मध्यप्रदेश में जेडीयू द्वारा उम्मीदवार उतारे जाने को लेकर बिहार मे सरकार के सहयोगी आरजेडी ने भी सफाई देते हुए ये कहा कि इंडिया गठबंधन 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए बना है. इसलिए अभी राज्यो में होने वाले चुनाव में सभी पार्टियां अपने हिसाब से उम्मीदवार उतार रही.