गुरुवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) केंद्र शासित प्रदेश में एक जल विद्युत परियोजना का ठेका देने में कथित भ्रष्टाचार की जांच के सिलसिले में जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक से जुड़े परिसरों सहित 30 से अधिक स्थानों पर छापे मारे.
सीबीआई ने 2,200 करोड़ रुपये की किरू जलविद्युत परियोजना में कथित भ्रष्टाचार के मामले में सत्यपाल मलिक के दिल्ली के आर के पुरम, द्वारका और एशियाई खेल गांव के अलावा गुरुग्राम और बागपत के मकानों और परिसरों में तलाशी ली.
बागपत की हवेली में चली 3-4 घंटे तलाशी
यूपी के बागपत में सत्यपाल मलिक की हवेली पर सीबीआई की तलाशी पर मलिक के रिश्तेदार अनु मलिक ने कहा, “मुझे नहीं पता कि मामला क्या था. सीबीआई की 7 सदस्यीय टीम यहां आई और 3-4 घंटे तक हवेली की तलाशी ली.”
VIDEO | The CBI conducted searches at the premises of former Jammu and Kashmir governor Satya Pal Malik today.
Premises linked to Malik at R K Puram, Dwarka and Asian Games Village in Delhi, besides those in Gurugram and Baghpat, were searched in connection with alleged… pic.twitter.com/gdjBQ6JEH7
— Press Trust of India (@PTI_News) February 22, 2024
इन छापों से घबराऊंगा नहीं-सत्यपाल मलिक
वहीं छापों की ख़बर फैलने के बाद सत्यपाल मलिका ने एक्स पर दो पोस्ट डाल कर कहा कि वो इन छापों से घबराने वाले नहीं है वो किसानों के साथ खड़े हैं. मलिक ने लिखा, “पिछले 3-4 दिनों से मैं बिमार हूं ओर हस्पताल में भर्ती हूं. जिसके वावजूद मेरे मकान में तानाशाह द्वारा सरकारी एजेंसियों से छापे डलवाएं जा रहें हैं. मेरे ड्राईवर, मेरे साहयक के ऊपर भी छापे मारकर उनको बेवजह परेशान किया जा रहा है. में किसान का बेटा हूं, इन छापों से घबराऊंगा नहीं. में किसानों के साथ हूं.”
पिछले 3-4 दिनों से मैं बिमार हूं ओर हस्पताल में भर्ती हूं। जिसके वावजूद मेरे मकान में तानाशाह द्वारा सरकारी एजेंसियों से छापे डलवाएं जा रहें हैं। मेरे ड्राईवर, मेरे साहयक के ऊपर भी छापे मारकर उनको बेवजह परेशान किया जा रहा है।
में किसान का बेटा हूं, इन छापों से घबराऊंगा नहीं। में…— Satyapal Malik 🇮🇳 (@SatyapalmalikG) February 22, 2024
मेरे पास 4-5 कुर्ते पायजामे के सिवा कुछ नहीं मिलेगा-मलिक
इसके साथ ही मलिक ने एक और पोस्ट कर कहा कि सरकार शिकायतकर्ता को ही परेशान कर रही है. मलिक ने लिखा, “मैंने भ्रष्टाचार में शामिल जिन व्यक्तियों की शिकायत की थी की उन व्यक्तियों की जांच ना करके मेरे आवास पर CBI द्वारा छापेमारी की गई है. मेरे पास 4-5 कुर्ते पायजामे के सिवा कुछ नहीं मिलेगा. तानाशाह सरकारी एजेंसियों का ग़लत दुरुपयोग करके मुझे डराने की कोशिश कर रहा है. मैं किसान का बेटा हूं, ना में डरूंगा, ना झुकूंगा.”
मैंने भ्रष्टाचार में शामिल जिन व्यक्तियों की शिकायत की थी की उन व्यक्तियों की जांच ना करके मेरे आवास पर CBI द्वारा छापेमारी की गई है।
मेरे पास 4-5 कुर्ते पायजामे के सिवा कुछ नहीं मिलेगा। तानाशाह सरकारी एजेंसियों का ग़लत दुरुपयोग करके मुझे डराने की कोशिश कर रहा है।
मैं किसान का…— Satyapal Malik 🇮🇳 (@SatyapalmalikG) February 22, 2024
ये है मदर ऑफ डेमोक्रेसी?-राहुल गांधी
राहुल गांधी ने अपने पार्टी के बैंक खातों से पैसे ट्रांसफर करने, किसान आंदोलन और जम्मू कश्मीर के पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक के घर सीबीआई छापों को लेकर एक ट्विट किया है. राहुल ने अपने ट्वीट में मोदी सरकार पर तंज कसते हुए बताया है कि क्या है मदर ऑफ डेमोक्रेसी? का मतलब. राहुल ने लिखा, “किसान MSP मांगें, तो उन्हें गोली मारो – ये है मदर ऑफ डेमोक्रेसी? जवान नियुक्ति मांगें, तो उनकी बातें तक सुनने से इनकार कर दो – ये है मदर ऑफ डेमोक्रेसी? पूर्व गवर्नर सच बोलें, तो उनके घर CBI भेज दो – ये है मदर ऑफ डेमोक्रेसी? सबसे प्रमुख विपक्षी दल का बैंक अकाउंट फ्रिज़ कर दो- ये है मदर ऑफ डेमोक्रेसी? धारा 144, इंटरनेट बैन, नुकीली तारें, आंसू गैस के गोले – ये है मदर ऑफ डेमोक्रेसी? मीडिया हो या सोशल मीडिया, सच की हर आवाज़ को दबा देना – ये है मदर ऑफ डेमोक्रेसी? मोदी जी, जनता जानती है कि आपने लोकतंत्र की हत्या की है और जनता जवाब देगी!”
किसान MSP मांगें, तो उन्हें गोली मारो – ये है मदर ऑफ डेमोक्रेसी?
जवान नियुक्ति मांगें, तो उनकी बातें तक सुनने से इनकार कर दो – ये है मदर ऑफ डेमोक्रेसी?
पूर्व गवर्नर सच बोलें, तो उनके घर CBI भेज दो – ये है मदर ऑफ डेमोक्रेसी?
सबसे प्रमुख विपक्षी दल का बैंक अकाउंट फ्रिज़ कर दो-… https://t.co/WvBZqfOsc8
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 22, 2024
किस मामले में पड़ रहे है छापे
तो आपको बता दें, सत्यपाल मलिक, जिन्होंने 23 अगस्त, 2018 से 30 अक्टूबर, 2019 के बीच जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल के रूप में कार्य किया, ने दावा किया था कि उन्हें 624-मेगावाट से संबंधित दो फाइलों को मंजूरी देने के लिए ₹300 करोड़ की रिश्वत की पेशकश की गई थी. किरू परियोजना, किश्तवाड़ जिले में चिनाब नदी पर एक रन-ऑफ-रिवर योजना है. संघीय एजेंसी ने चल रही जांच के तहत पिछले महीने दिल्ली और जम्मू-कश्मीर में लगभग आठ स्थानों पर तलाशी ली थी. सीबीआई ने ₹21 लाख से अधिक की नकदी के अलावा डिजिटल उपकरण, कंप्यूटर, संपत्ति दस्तावेज और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए थे.