संवाददाता मनीष कुमार, मुंगेर : Munger में स्वास्थ्य विभाग द्वारा दस फरवरी को फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर जागरुकता अभियान चलाया जायेगा. इस जागरूकता अभियान में इस बार स्वास्थ्यकर्मियों के अलावा फाइलेरिया से पीड़ित लोगों को भी शामिल किया गया है. वहीं जानकारी देते हुए जिला प्रतिरक्षण पदाधिकार डॉ अरविंद कुमार ने बताया कि फाइलेरिया बीमारी से पीड़ित मरीज और आमलोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाने के लिए फरवरी से शुरू की जाएगी और जिले के 968 गांव में घर घर जाकर लोगों को दवाई खिलाया जाएगा. इसमें 14 लाख 25 623 लोगों को डीसी फोर्ट टेबलेट और एल्बेंडाजोल टेबलेट खिलाया जाएगा.

चिकित्सक ने बताया कि फाइलेरिया बीमारी को लेकर जो जागरूकता अभियान चलाया जाएगा उसमें 719 टीम कार्य करेगी. जिसमें 963 आशा , 221 एएनएम को लगाया जाएगा। इसके अलावा 234 वॉलिंटियर्स भी रहेंगे. जबकि इसकी देखरेख करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के 1436 अधिकारी रहेंगे और 70 सुपरवाइजर को भी लगाया गया है. उन्होंने कहा की जिले में जिले में 5400 हाथी पांव रोग से लोग ग्रसित है. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जो घर घर फाइलेरिया से बचाव की दवा पहुंचाई जाएगी, उसे नियम के साथ खाएं तभी इसका लाभ मिलेगा और फलेरिया के बढ़ते प्रकोप को रोकने में सहायक होगा.
Munger : सोते वक्त मच्छरदानी का उपयोग करें
वहीं फाइलेरिया से पीड़ित मरीज नौवागढ़ी निवासी चंदन कुमार ने बताया कि वह पिछले 23 साल से इस बीमारी से पीड़ित है. उन्होंने बताया कि जो लोग इसका शिकार हो चुके हैं और अन्य लोग इसकी चपेट में ना आए इसे लेकर वो संकट मोचन प्लेटफार्म ग्रुप बनाकर स्वास्थ्य कर्मी और आशा के सहयोग से आम लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाएंगे. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सोते वक्त मच्छरदानी का उपयोग जरूर करें.
प्रभारी सिविल सर्जन डॉक्टर अखिलेश प्रसाद सिंह ने जिले के लोगों से अपील करते हुए कहा कि फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है इसे हल्के में लोग ना ले. फाइलेरिया मच्छर जिस इंसान को काट लेता है उसे अभी नहीं 15 साल बाद वह फाइलेरिया बीमारी से ग्रसित हो जाता है. इसलिए इस बीमारी से निजात पाने के लिए लोगो को जागरूक करे और 10 तारीख से जिले भर में दवा दी जाएगी, जिसे लोगों को सेवन करना जरूरी है। घर घर जाकर आशा और आंगनबाड़ी सेविका के द्वारा लोगों को दवा दी जाएगी.