ब्यूरो रिपोर्ट भागलपुर : भागलपुर के इशाकचक थाना क्षेत्र के पुलिस लाइन स्थित महिला थाना के फर्स्ट फ्लोर पर बिहार पुलिस के सार्जेंट महिला थाना प्रभारी का शव डाइनिंग रूम में सोमवार की दोपहर पुलिस ने बरामद किया. मिली जानकारी के मुताबिक महिला थाना प्रभारी Daroga देर रात गश्ती कर वापस अपने बैरक लोटे थे. जब उसको सुबह सरकारी काम के लिए फोन किया गया तो फोन रिसीव नहीं हुआ. शक होने पर पुलिस के आलाधिकारी दरवाजा तोड़कर अंदर घुस गए. जहां पर महिला थाना प्रभारी अभिषेक प्रताप का फंदे से लटका हुआ शव मिला. घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे भागलपुर रेंज डीआईजी विवेकानंद, सीनियर एसपी आनंद कुमार, एफएसएल टीम एवं डॉग स्क्वायड की टीम मौके पर पहुंच कर मामले की तफ्तीश में लग गई.
Daroga के भाई सोमवार को बैरक पहुंचे थे
सूत्रों के मुताबिक मृतक अभिषेक प्रताप के भाई सोमवार को बैरक पहुंचे थे. वह बिहार एग्रीकल्चर कॉलेज सबौर में पढ़ाई करता है. अभिषेक के साथ कई घंटे तक उन्होंने बातचीत की उसके बाद मंगलवार को अहले सुबह वह वापस कहीं चला गया. मृतक की पहचान गया जिला निवासी अभिषेक प्रताप के रूप में की गई है. इधर घटना की जानकारी मृतक के परिवार को दे दी गई है. देर शाम तक परिजन भागलपुर पहुंच जायेंगे.
प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला
रेंज डीआईजी विवेकानंद ने बताया कि प्रथम दृश्य आत्महत्या लग रहा है. किस तरह के मानसिक स्थिति से गुजर रहा था इनका पता लगाया जा रहा है. सुसाइड नोट बरामद नहीं किया गया है. जिला पुलिस में अभिषेक प्रताप कार्यरत थे. देर रात तक इन्होंने गस्ती भी किया था. जब सुबह दस बजे सरकारी कामों के लिए इनको कॉल किया गया तो यह कॉल रिसीव नहीं किया. तभी बैरक में रह रहे लोगों ने दरवाजा खटखटाया. जब नहीं खोला तो मजबूरन दरवाजा तोड़ना पड़ा. मामले की जांच करेंगे, उसके बाद ही स्पष्ट हो पाएगा आत्महत्या का कारण.