Friday, September 19, 2025

Vice President election: संकेत या संदेश? नितिन गडकरी, मल्लिकार्जुन खड़गे हाथ में हाथ डालकर वोट डालने पहुंचे

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बहुप्रतीक्षित उपराष्ट्रपति चुनाव Vice President electionके लिए मतदान मंगलवार सुबह से शुरू हो गया है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहला वोट डाला.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी संसद भवन में अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
नेता विपक्ष राहुल गांधी भी वोट डालने पहुंचे.

लेकिन इन सबके बीच एक तस्वीर ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा. या ये कहें ये एक ऐसा दुर्लभ अवसर था जब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मल्लिकार्जुन खड़गे उपराष्ट्रपति चुनाव में एक साथ मतदान करने पहुँचे, जहाँ दोनों नेता एक-दूसरे का हाथ थामे हुए नज़र आए.

दोपहर 3 बजे तक 96 प्रतिशत मतदान दर्ज: रिपोर्ट

समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि दोपहर 3 बजे तक 96 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान शाम 5 बजे तक चलेगा, जिसके बाद मतों की गिनती की जाएगी.

क्या कुछ संकेत देना चाहते है नितिन गडकरी

हलांकि शांति से हो रहे मतदान में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मल्लिकार्जुन खड़गे की हाथ में हाथ डालकर वोट डालने पहुंचने की तस्वीर ने कयासों का बाज़ार गर्म कर दिया.

इस तस्वीर ने एक बार फिर क्रॉस वोटिंग और अंतर आत्मा की आवाज़ वाली चर्चा को बढ़ावा दिया. ये कहा जाने लगा कि बीजेपी में गुजरात लॉबी के खिलाफ ये खुली बगावत का संदेश है. हलांकि सिर्फ एक तस्वीर से कुछ भी साफ कह पाना मुश्किल है लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के 75 साल पूरे होने और उनके पद छोड़ने की चर्चाओं के बीच गडकरी का खड़गे के हाथों में हाथ डाल कर आना संदेश नहीं तो संकेत तो माना ही जा सकता है.
वैसे उपराष्ट्रपति पद के लिए मतदान शाम 5 बजे तक चलेगा और नतीजे शाम 6 बजे के बाद आने की उम्मीद है.

Vice President election, बी सुदर्शन रेड्डी और सीपी राधाकृष्णन के बीच है मुकाबला

मंगलवार को उपराष्ट्रपति चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सीपी राधाकृष्णन और विपक्ष के भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन (इंडिया ब्लॉक) के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी के बीच सीधा मुकाबला है. इसमें भाजपा के नेतृत्व वाला गठबंधन दोनों सदनों में अपने संख्यात्मक बल के आधार पर बढ़त बनाए हुए है. यह मुकाबला जगदीप धनखड़ द्वारा 21 जुलाई को अप्रत्याशित रूप से उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद हो रहा है, जिसमें उन्होंने “स्वास्थ्य सेवा को प्राथमिकता देने और चिकित्सीय सलाह का पालन करने” की आवश्यकता का हवाला दिया था.
सोमवार को, सत्तारूढ़ एनडीए और विपक्ष के इंडिया ब्लॉक, दोनों ने संसद परिसर में अलग-अलग बैठकें कीं, जिसमें अपनी ताकत का प्रदर्शन किया गया और सांसदों को मतदान प्रक्रिया के बारे में मार्गदर्शन दिया गया. यह सुनिश्चित करने के लिए मॉक पोल आयोजित किए गए कि सदस्य सही तरीके से अपना वोट डालें.

उपराष्ट्रपति चुनाव में अनुपस्थित रहने वाले दल भाजपा के समर्थक- संजय सिंह-आप

आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह ने मंगलवार को उपराष्ट्रपति चुनाव से अनुपस्थित रहने या उसका बहिष्कार करने वाले दलों की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि उनका रुख भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थन के समान है.
सिंह ने एएनआई से कहा, “वे भाजपा का समर्थन कर रहे हैं. उन्होंने बहिष्कार नहीं किया है. इसका मतलब है कि उन्होंने मोदी का समर्थन किया है. पंजाब और पूरे देश को पता चल गया है कि इस संकट की घड़ी में अकाली दल भाजपा के साथ खड़ा है. वे बाहर कुछ कहते हैं, लेकिन अंदर से साथ खड़े होते हैं.” आपको बता दें अकाली दल के अलावा बीआरएस और बीजेडी भी आज मतदान से दूर रहने वाली है.

‘क्रॉस-वोटिंग की कोई संभावना नहीं’- भाजपा सांसद

भाजपा के राज्यसभा सांसद भागवत कराड ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “…क्रॉस-वोटिंग की कोई संभावना नहीं है…हम उपराष्ट्रपति चुनाव ज़रूर जीतेंगे.”

एनडीए एकजुट है और बड़ी जीत के लिए तैयार है- चिराग पासवान

केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने मंगलवार को उपराष्ट्रपति चुनाव में अपना वोट डाला. एएनआई से बात करते हुए, उन्होंने एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन की जीत पर विश्वास जताया और संकेत दिया कि कई विपक्षी सांसद भी उनका समर्थन कर सकते हैं. उन्होंने कहा, “एनडीए एकजुट है और हम एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन के समर्थन में खड़े हैं. कई विपक्षी सांसदों ने भी एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन पर भरोसा जताया है. अगर वे अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनेंगे, तो एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन बड़े अंतर से चुनाव जीतेंगे.”
पासवान ने आगे कहा कि गठबंधन बिहार विधानसभा चुनाव “एकजुट होकर” लड़ेगा और सीट बंटवारे की जानकारी जल्द ही घोषित की जाएगी.

आगामी बिहार विधानसभा चुनावों के बारे में उन्होंने कहा, ‘एनडीए आगामी बिहार विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ेगा. हम सर्वकालिक उच्च बहुमत से चुनाव जीतेंगे. सीट बंटवारे की घोषणा जल्द ही की जाएगी.'”
आपको बता दें, निर्वाचक मंडल की वर्तमान ताकत 781 है, जिसमें राज्यसभा में छह सीटें और लोकसभा में एक सीट खाली है, जिससे बहुमत का आंकड़ा 391 है. एनडीए के पास 425 सांसदों का समर्थन है, जबकि विपक्षी गुट के पास 324 सांसदों का समर्थन है.

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