Vice President election: एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन 15वें उपराष्ट्रपति चुने गए, उन्होंने विपक्षी इंडिया ब्लॉक के बी सुदर्शन रेड्डी को हराया.
उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान समाप्त होने के कुछ ही देर बाद राधाकृष्णन को विजेता घोषित कर दिया गया. एनडीए समर्थित उम्मीदवार को 452 वोट मिले, जबकि सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिले.
रिटर्निंग ऑफिसर पीसी मोदी ने उपराष्ट्रपति चुनाव में सीपी राधाकृष्णन को विजेता घोषित किया और कहा कि परिणाम चुनाव आयोग को सूचित किया जाएगा.
सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन ने 17 अगस्त को महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, जो गौंडर-कोंगु वेल्लालर समुदाय से आने वाले ओबीसी हैं, को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुना था.
उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश सुदर्शन रेड्डी, जो दक्षिण भारत से हैं, के खिलाफ सफलतापूर्वक चुनाव लड़ा.
Vice President election: 15 वोट अमान्य घोषित किए गए
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान सुबह 10 बजे शुरू हुआ और शाम 5 बजे तक चला, जिसमें राज्यसभा और लोकसभा के सभी सदस्य निर्वाचक मंडल में शामिल थे.
कांग्रेस ने बताया कि उपराष्ट्रपति चुनाव में कुल 315 विपक्षी सांसदों ने मतदान किया. लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों वाले निर्वाचक मंडल की संख्या 781 थी.
हलांकि जब नतीजे आए तो 15 वोट अमान्य घोषित होने के चलते इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिले. जबकी एनडीए समर्थित उम्मीदवार को 452 वोट मिले.
सीपी राधाकृष्णन का उपराष्ट्रपति चुना जाना भाजपा के लिए क्या मायने रखता है?
राधाकृष्णन की जीत इस बात को रेखांकित करती है कि भाजपा ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले तमिलनाडु के एक नेता को इस पद के लिए चुनकर दक्षिण की ओर एक नया कदम बढ़ाया है. इसके अलावा, पार्टी ने आरएसएस के दिग्गज राधाकृष्णन को आजीवन निष्ठावान चुना है, जिसका मतलब है कि जगदीप धनखड़ जैसे व्यक्ति से पूरी तरह अलग, जिनका राजनीतिक करियर उतार-चढ़ाव भरा रहा.