प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को एक ब्लॉग पोस्ट में महाकुंभ 2025 Maha Kumbh को ‘एकता का महायज्ञ’ बताया। महाशिवरात्रि पर ‘शाही स्नान’ के साथ 45 दिनों तक चलने वाला यह धार्मिक उत्सव समाप्त हो गया।
प्रधानमंत्री ने पोस्ट की कुंभ को लेकर अपने मन की बात
प्रधानमंत्री ने 5 फरवरी को त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई थी. यह संगम गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों का संगम है. उन्होंने कुंभ के समापन पर लिखा एक पोस्ट में कहा, “महाकुंभ संपन्न हुआ…एकता का महायज्ञ संपन्न हुआ। प्रयागराज में एकता के महाकुंभ में पूरे 45 दिनों तक जिस प्रकार 140 करोड़ देशवासियों की आस्था एक साथ, एक समय में इस एक पर्व से आकर जुड़ी, वो अभिभूत करता है! महाकुंभ के पूर्ण होने पर जो विचार मन में आए, उन्हें मैंने कलमबद्ध करने का प्रयास किया है…”
पीएम ने कहा महा कुंभ संस्कृति और विरासत की एक सशक्त नींव रख गया. पीएम ने लिखा, महाकुंभ में जिस भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने भागीदारी की है वो सिर्फ एक रिकॉर्ड नहीं है, बल्कि यह हमारी संस्कृति और विरासत को सुदृढ़ और समृद्ध रखने के लिए कई सदियों की एक सशक्त नींव भी रख गया है.
महाकुंभ संपन्न हुआ…एकता का महायज्ञ संपन्न हुआ। प्रयागराज में एकता के महाकुंभ में पूरे 45 दिनों तक जिस प्रकार 140 करोड़ देशवासियों की आस्था एक साथ, एक समय में इस एक पर्व से आकर जुड़ी, वो अभिभूत करता है! महाकुंभ के पूर्ण होने पर जो विचार मन में आए, उन्हें मैंने कलमबद्ध करने का… pic.twitter.com/TgzdUuzuGI
— Narendra Modi (@narendramodi) February 27, 2025
यह महाकुंभ एकता का Maha Kumbh था- प्रधानमंत्री मोदी
पिछले साल अयोध्या में राम मंदिर के भव्य अभिषेक को याद करते हुए पीएम मोदी ने आगे कहा, “22 जनवरी, 2024 को मैंने भक्ति और देशभक्ति के बारे में बात की थी. महाकुंभ के दौरान, कई देवी-देवता, ऋषि-मुनि, बच्चे-बूढ़े, महिलाएं और युवा एकत्र हुए और देश की जागृत चेतना का प्रदर्शन किया.”
उन्होंने कहा, ‘‘यह महाकुंभ एकता का महाकुंभ था, जहां इस उत्सव के दौरान 140 करोड़ भारतीयों की आस्थाएं एक साथ खड़ी थीं.’’
पीएम मोदी ने योगी आदित्यनाथ की तारीफ की
महाकुंभ को “प्रबंधन पेशेवरों” और “योजना और नीति विशेषज्ञों के लिए शोध का विषय” बताते हुए, प्रधानमंत्री ने योगी आदित्यनाथ सरकार की प्रशंसा की.
उन्होंने कहा, “यूपी से सांसद होने के नाते मैं गर्व से कहता हूं कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में लोगों और प्रशासन ने इस आयोजन को सफल बनाया. चाहे केंद्र हो या राज्य, कोई भी शासक और प्रशासक नहीं था. महाकुंभ के दौरान हर कोई समर्पित “सेवक” था. सभी ने इस महाकुंभ को सफल बनाने के लिए पूरी लगन से काम किया.” उन्होंने कहा, “प्रयागराज के लोगों ने इन 45 दिनों में कठिनाइयों के बावजूद श्रद्धालुओं की मदद की, यह सराहनीय है. मैं प्रयागराज और उत्तर प्रदेश के लोगों को धन्यवाद देता हूं.”
उत्तर प्रदेश सरकार के अनुसार, महाकुंभ 2025 के दौरान 66.21 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र त्रिवेणी में पवित्र डुबकी लगाई.
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