लखनऊ:
उत्तर प्रदेश में 10वीं और 12वीं की परीक्षा देने वालों का रिजल्ट के लिए इंतजार खत्म हो गया है. यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं दोनों के रिजल्ट 25 अप्रैल को दोपहर 1 बजकर 30 मिनट पर जारी करेगा. ये रिजल्ट यूपी बोर्ड के आधिकारिक साइट पर जारी किया जायेगा.. परीक्षा परिणाम यूपी बोर्ड के मुख्यालय से जारी किया जायेगा.
छात्र अपने अपने रिजल्ट आनलाइन चेक कर सकते हैं. इसके लिए छात्रों को यूपी बोर्ड के आधिकारिक साइट पर लॉग इन करना होगा.
लॉग इन एड्रेस है –
upmcp.edu.in
58 लाख छात्र छात्राओं को है परीक्षा परिणाम का इंतजार
उत्तर प्रदेश में इस साल 58 लाख से ज्यादा छात्र छात्राओं ने बोर्ड की परीक्षाएं दी है. उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने इस बार समय से तकरीबन 31 दिन पहले परीक्षा परिणामों की घोषणा करने का ऐलान किया है .
यूपी बोर्ड परीक्षा परिणाम 2023 दिनांक 25/04/2023 दिन मंगलवार अपराह्न 1:30 बजे बोर्ड मुख्यालय प्रयागराज से घोषित किया जाएगा pic.twitter.com/0D5qyrpcEr
— Dibyakant Shukla (@DibyakantShukla) April 24, 2023
कैसे देखें अपना रिजल्ट
रिजल्ट चेक करने के लिए छात्र सबसे पहले उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (UPMSP) के आधिकारिक बेवसाइट पर जायें. होमपेज पर यूपी बोर्ड 10वीं और 12 वीं दोनों के लिए अलग अलग लिंक दिया हुआ होगा. जिनके नतीजे देखने हों उन छात्रों को उस लिंक पर जाकर अपना नाम रोल नंबर और जन्म की तारीख डालनी होगी. सारी जानकारी देने के बाद रिजल्ट की लिस्ट सामने आ जायेगी
पहली बार परीक्षा से पहले शिक्षको को किया गया था प्रशिक्षित
इस साल यूपी बोर्ड की परीक्षाएं कई मायनों मे अन्य वर्षों से अलग रही. 2023 मे पहला मौका था जब बोर्ड की परीक्षाओं से पहले शिक्षकों को परीक्षा करवाने और नकल से बचाने के लिए विशेष तौर पर प्रशिक्षित किया गया था. उत्तर प्रदेश में 10 वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा 16 फरवरी से 4 मार्च के बीच संपन्न कराई गई थी.
इस साल 10वीं की परीक्षा के लिए पंजीकृत किये गये 13 लाख 16 हजार 487 छात्रों का पंजीकरण हुआ था वहीं 12वीं के लिए 27 लाख 69 हजार 258 छात्रों को मिलाकर कुल 58 लाख 85 हजार 745 छात्रों का पंजीकरण हुआ था, इनमें से करीब 4 लाख 31 हजार 571 छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी थी. पूरे प्रदेश में 8753 परीक्षा केंद्र बनाये गये इनमें 133 ऐसे छात्र कपड़े गये जो कुसी और के नाम पर परीक्षा देने आये थे.
यूपी बोर्ड के मुताबिक ये पहला मौका थ जब बोर्ड की परीक्षा नकल विहीन हुई.