चुनाव आयोग ने राजस्थान विधानसभा चुनावों के लिए मतदान की तारीखें 23 नवंबर से बदलकर 25 नवंबर कर दी हैं.
एक अधिसूचना में, चुनाव आयोग ने कहा कि उसे उस दिन बड़े पैमाने पर शादी/सामाजिक कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए चुनाव कार्यक्रम में बदलाव के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों से प्रतिनिधित्व प्राप्त हुआ है, जिससे बड़ी संख्या में लोगों को असुविधा हो सकती है. असल में 23 नवंबर को देव उठानी एकादशी है. इसलिए इस दिन बड़ी संख्या शादियां होने की संभावना है.


क्या है राजस्थान में चुनाव का शेड्यूल
ईसीआई के घोषित कार्यक्रम के अनुसार, गजट अधिसूचना जारी करने की तारीख 30 अक्टूबर है. नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 6 नवंबर है और नामांकन की जांच 7 नवंबर को की जाएगी. नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 9 नवंबर है.
राजस्थान में 200 विधानसभा क्षेत्र हैं और राज्य विधानसभा का कार्यकाल अगले साल 14 जनवरी को समाप्त हो रहा है. पोल पैनल ने मध्य प्रदेश (17 नवंबर), छत्तीसगढ़ (7 नवंबर और 17 नवंबर), मिजोरम (7 नवंबर) और तेलंगाना (30 नवंबर) सहित अन्य राज्य चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा की थी। वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी. इन राज्यों के चुनावों को 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है.
राजस्थान में बीजेपी और कांग्रेस सीधी लड़ाई है
राजस्थान में फिलहाल अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार है. कांग्रेस पिछले चुनाव यानी 2018 में 100 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. उसने बहुजन समाज पार्टी और निर्दलीय विधायकों की मदद से सरकार बनाई. बीजेपी ने तब 73 सीटें जीतीं थी. और सत्ता से हाथ धो बैठी थी. इस बार बीजेपी राज्य में हर बार सरकार बदलने के रिवाज को कायम रखने के लिए लड़ रही है. वहीं कांग्रेस के लिए भी सरकार बनाए रखने और रिवाज बदलने की लड़ाई है.
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